महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
मुंबई:
मुम्बई से सटी कल्याण - डोंबिवली महानगर पालिका में शिवसेना और बीजेपी ने एक-दूसरे का साथ निभाने का फैसला किया है। यहां दोनों दल एक-दूसरे के खिलाफ महानगर पालिका चुनाव लड़े थे। इसके बाद आए नतीजों ने दोनों को बहुमत के आंकड़े से दूर रखा। इस महानगर पालिका में शिवसेना के 52 पार्षद हैं, जबकि बीजेपी के 43 पार्षद हैं। दोनों दलों के गठबंधन से कुल 95 पार्षद हो जाते हैं। इससे बहुमत का आंकड़ा 61 पार करना आसान होगा।
दानवे और देसाई ने लिया गठजोड़ का फैसला
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे और शिवसेना नेता एवं राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने मुम्बई के एक पांच सितारा होटल में गठबंधन का फैसला ले लिया। इसके बाद संयुक्त रूप से दोनों नेता मीडिया के सामने आए। इससे पहले दोनों दलों के नेताओं की बयानबाजी ने एक-दूसरे की इज्जत उतारने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
शिंदे और मुनगंटीवार तय करेंगे फार्मूला
दोनों दलों ने अपने एक नेता को गठबंधन में सत्ता का फार्मूला तय करने के लिए मुकर्रर किया है। शिवसेना की तरफ से राज्य के पीडब्लूडी विभाग के मंत्री एकनाथ शिंदे तो बीजेपी की तरफ से वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार इस फार्मूले को अमलीजामा पहनाएंगे। सूत्रों ने NDTV इंडिया को बताया कि, गठजोड़ के बदले में बीजेपी आखिरी 2 साल मेयर का पद और स्टैंडिंग कमेटी का अध्यक्ष पद मांग सकती है। सत्ता में साथ आने का यह फार्मूला शिवसेना को अगर मंजूर होगा तो शनिवार को इसकी आधिकारिक घोषणा होगी। वरना बहस में जो फार्मूला निकलेगा उसे सामने रखा जाएगा।
मेयर का चुनाव 11 को, मनसे को फिर मिली निराशा
केडीएमसी में 11 नवम्बर को मेयर पद का चुनाव होना है। बहुमत से दोनों प्रमुख दलों के दूर होने से किंगमेकर की भूमिका में जा चुके राज ठाकरे फिलहाल निराश हैं। उनकी पार्टी एमएनएस (मनसे) के पास 10 पार्षदों का समर्थन है, जिसके समर्थन की अब कोई जरूरत नहीं बची। अपने गुस्से का इजहार करते हुए राज ने शुक्रवार रात को मुम्बई में संवाददाताओं से कहा कि शिवसेना - बीजेपी की ऐसी राजनीति उन्हीं को मुबारक।
दानवे और देसाई ने लिया गठजोड़ का फैसला
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे और शिवसेना नेता एवं राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने मुम्बई के एक पांच सितारा होटल में गठबंधन का फैसला ले लिया। इसके बाद संयुक्त रूप से दोनों नेता मीडिया के सामने आए। इससे पहले दोनों दलों के नेताओं की बयानबाजी ने एक-दूसरे की इज्जत उतारने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
शिंदे और मुनगंटीवार तय करेंगे फार्मूला
दोनों दलों ने अपने एक नेता को गठबंधन में सत्ता का फार्मूला तय करने के लिए मुकर्रर किया है। शिवसेना की तरफ से राज्य के पीडब्लूडी विभाग के मंत्री एकनाथ शिंदे तो बीजेपी की तरफ से वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार इस फार्मूले को अमलीजामा पहनाएंगे। सूत्रों ने NDTV इंडिया को बताया कि, गठजोड़ के बदले में बीजेपी आखिरी 2 साल मेयर का पद और स्टैंडिंग कमेटी का अध्यक्ष पद मांग सकती है। सत्ता में साथ आने का यह फार्मूला शिवसेना को अगर मंजूर होगा तो शनिवार को इसकी आधिकारिक घोषणा होगी। वरना बहस में जो फार्मूला निकलेगा उसे सामने रखा जाएगा।
मेयर का चुनाव 11 को, मनसे को फिर मिली निराशा
केडीएमसी में 11 नवम्बर को मेयर पद का चुनाव होना है। बहुमत से दोनों प्रमुख दलों के दूर होने से किंगमेकर की भूमिका में जा चुके राज ठाकरे फिलहाल निराश हैं। उनकी पार्टी एमएनएस (मनसे) के पास 10 पार्षदों का समर्थन है, जिसके समर्थन की अब कोई जरूरत नहीं बची। अपने गुस्से का इजहार करते हुए राज ने शुक्रवार रात को मुम्बई में संवाददाताओं से कहा कि शिवसेना - बीजेपी की ऐसी राजनीति उन्हीं को मुबारक।
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