ऑस्‍ट्रेलिया की अदालत ने स्कॉर्पीन के डेटा आगे प्रकाशित नहीं करने का दिया आदेश

ऑस्‍ट्रेलिया की अदालत ने स्कॉर्पीन के डेटा आगे प्रकाशित नहीं करने का दिया आदेश

फाइल फोटो

खास बातें

  • डीसीएनएस ने विश्वास का उल्लंघन करने की शिकायत दर्ज करायी है
  • फ्रांसीसी सरकारी अभियोजक ने डेटा लीक की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है
  • कंपनी की मांग, वेबसाइट से दस्‍तावेज हटाए 'द ऑस्‍ट्रेलियन' अखबार
नई दिल्‍ली:

ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत ने सोमवार को ‘द ऑस्ट्रेलियन’ अखबार की ओर से स्कॉर्पीन पनडुब्बी संबन्धी डेटा को आगे प्रकाशित करने के खिलाफ अस्थायी आदेश जारी कर दिया. अदालत ने फ्रांसीसी कंपनी डीसीएनएस की ओर दायर आवेदन पर आदेश जारी किया.

अखबार का कहना है कि अदालत की ओर से अस्थायी आदेश दिया गया है. उसने पहले कहा था कि वह सोमवार को इस पनडुब्बी की शस्त्र प्रणाली से जुड़े दस्तावेजों को प्रकाशित करेगा, हालांकि उसने ऐसा नहीं किया.

पेरिस में कंपनी के मुख्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘डीसीएनएस ने आवेदन देकर मांग की है कि 'द ऑस्ट्रेलियन' उन दस्तावेजों को हटाए जो उसने अपनी वेबसाइट पर डाली हैं तथा अन्य दस्तावेजों का और कोई प्रकाशन रोके.’’ कंपनी के वकील ने रविवार को अखबार से कहा था कि अत्यधिक महत्वपूर्ण इन दस्तावेजों के प्रकाशन से संवदेनशील और प्रतिबंधित सूचनाओं एवं चित्रों के प्रसार के लिहाज से डीसीएनएस तथा उसकी छवि और उसके ग्राहक को सीधा नुकसान पहुंचता है.

इस फ्रांसीसी कंपनी के सहयोग से भारतीय नौसेना के लिए मुम्बई में बनायी जा रही छह उच्च उन्नत पनडुब्बियों की क्षमताओं के बारे में 22,000 से अधिक पन्नों के गुप्त आंकड़े लीक कर दिए गए हैं. फ्रांसीसी सरकारी अभियोजक ने इस डेटा लीक की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है. डीसीएनएस ने विश्वास का उल्लंघन करने की शिकायत दर्ज करायी है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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