खास बातें
- चेन्नई में एक बच्ची बस के फ्लोर में छेद होने के कारण उसमें से नीचे गिर गई और बस बच्ची के ऊपर से बस गुजर गई।
नई दिल्ली: स्कूल में बच्चों को लाने−ले जाने वाली बसों और कैबों में बरती जा रही है लापरवाही की अलग-अलग घटनाओं में तीन बच्चों की जान चली गई है।
दिल्ली के नवादा में गुरुवार को एक नौ साल के बच्चे को स्कूल की कैब ने कुचल दिया। चौथी क्लास में पढ़ने वाला यह बच्चा सड़क पार कर रहा था कि तभी तेजी से आ रही एक स्कूल की कैब ने इसे कुचल दिया। इसके बाद कैब ड्राइवर मौके से फरार हो गया। बच्चे की मौत के बाद से ही उसके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों ने कैब का नंबर नोट कर लिया था और पुलिस को नंबर बता दिया है।
वहीं बुधवार को पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग स्कूल बस के ड्राइवर की लापरवाही के कारण दसवीं के एक छात्र की मौत हो गई। दरअसल, छात्र ने बस की खिड़की से गर्दन बाहर निकाल रखी थी। तभी बस ड्राइवर ने बस चला दी और उसका सिर एक बिजली के खम्बे से जा टकराया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
उधर, चेन्नई में एक बच्ची बस के फ्लोर में छेद होने के कारण उसमें से नीचे गिर गई और बस बच्ची के ऊपर से बस गुजर गई। इस हादसे में बच्ची की मौत हो गई है। हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने बस में आग लगा दी।
वहीं इन दोनों मामलों में स्कूल प्रशासन ने साफतौर पर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला यह कहते हुए झाड़ने की कोशिश की कि यह बस स्कूल की नहीं थी, बल्कि कॉन्ट्रेक्ट पर हायर की गई थी। हालांकि चेन्नई की घटना में ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी का तो यहां तक कहना है कि बस स्कूल के नाम से ही दर्ज है।