शीना बोरा की फाइल फोटो
मुंबई:
सनसनीखेज शीना बोरा हत्याकांड की छानबीन में एक सफलता मिलने का दावा करते हुए पुलिस ने कहा है कि फोरेंसिक जांच में यह पुष्टि हो गई कि रायगढ़ जंगलों से बरामद किए गए अवशेष के डीएनए नमूने इंद्राणी मुखर्जी और मिखाइल बोरा से मेल खाते हैं।
इससे जुड़े एक घटनाक्रम में एक स्थानीय अदालत ने इंद्राणी और उनके कार चालक श्याम राय को दो हफ्तों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि अन्य आरोपी संजीव खन्ना को एक अदालत में पेश करने के लिए कोलकाता ले जाया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रायगढ़ जंगल में मिले कंकाल के अवशेषों के डीएनए नमूने इंद्राणी और मिखाइल के डीएनए से मेल खा गए हैं जिसे हत्या के इस रहस्य को सुलझाने में एक अहम साक्ष्य माना जा रहा है।
उनकी गिरफ्तारी के पखवाड़े भर और मामले में पूछताछ के बाद बांद्रा स्थित मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने इंद्राणी और श्याम राय को 21 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया क्योंकि पुलिस हिरासत की अनिवार्य अवधि सोमवार को खत्म हो गई। उन्हें बायकुला स्थित आर्थर रोड जेल ले जाया गया।
इंद्राणी के पूर्व पति खन्ना को कोलकाता ले जाया गया, जहां मंगलवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। तीनों आरोपियों को अप्रैल 2012 में शीना की हत्या करने और शव को रायगढ़ जंगलों में ठिकाने लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने पिछले हफ्ते दावा किया कि इंद्राणी ने अपनी 24 साल की बेटी शीना की हत्या की बात कबूल कर ली है। साथ ही, पुलिस यह जांच कर रही है कि इस हत्या में क्या कोई और भी शामिल था।
पुलिस का आरोप है कि 24 अप्रैल, 2012 की शाम इंद्राणी और संजीव ने शीना को बांद्रा के करीब स्थित एक जगह से अपनी कार में बैठाया। कार इंद्राणी का ड्राइवर श्याम चला रहा था। उसी दौरान शीना की गला दबाकर हत्या कर दी गई। बाद में वे लोग कार रायगढ़ जिले के गगोड़ गांव के करीब स्थित एक सुनसान जगह पर ले गए और शीना के शव को जला दिया। पुलिस हत्या में इस्तेमाल हुई कार पहले ही बरामद कर चुकी है।
इससे जुड़े एक घटनाक्रम में एक स्थानीय अदालत ने इंद्राणी और उनके कार चालक श्याम राय को दो हफ्तों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि अन्य आरोपी संजीव खन्ना को एक अदालत में पेश करने के लिए कोलकाता ले जाया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रायगढ़ जंगल में मिले कंकाल के अवशेषों के डीएनए नमूने इंद्राणी और मिखाइल के डीएनए से मेल खा गए हैं जिसे हत्या के इस रहस्य को सुलझाने में एक अहम साक्ष्य माना जा रहा है।
उनकी गिरफ्तारी के पखवाड़े भर और मामले में पूछताछ के बाद बांद्रा स्थित मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने इंद्राणी और श्याम राय को 21 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया क्योंकि पुलिस हिरासत की अनिवार्य अवधि सोमवार को खत्म हो गई। उन्हें बायकुला स्थित आर्थर रोड जेल ले जाया गया।
इंद्राणी के पूर्व पति खन्ना को कोलकाता ले जाया गया, जहां मंगलवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। तीनों आरोपियों को अप्रैल 2012 में शीना की हत्या करने और शव को रायगढ़ जंगलों में ठिकाने लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने पिछले हफ्ते दावा किया कि इंद्राणी ने अपनी 24 साल की बेटी शीना की हत्या की बात कबूल कर ली है। साथ ही, पुलिस यह जांच कर रही है कि इस हत्या में क्या कोई और भी शामिल था।
पुलिस का आरोप है कि 24 अप्रैल, 2012 की शाम इंद्राणी और संजीव ने शीना को बांद्रा के करीब स्थित एक जगह से अपनी कार में बैठाया। कार इंद्राणी का ड्राइवर श्याम चला रहा था। उसी दौरान शीना की गला दबाकर हत्या कर दी गई। बाद में वे लोग कार रायगढ़ जिले के गगोड़ गांव के करीब स्थित एक सुनसान जगह पर ले गए और शीना के शव को जला दिया। पुलिस हत्या में इस्तेमाल हुई कार पहले ही बरामद कर चुकी है।
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