सपा सांसद बोले- कोरोना बीमारी नहीं, अल्लाह की ओर से दी जा रही हमारे गुनाहों की सजा है

कोरोना वायरस के खात्मे के लिए मस्जिद और ईदगाह में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जानी चाहिए. 

सपा सांसद बोले- कोरोना बीमारी नहीं, अल्लाह की ओर से दी जा रही हमारे गुनाहों की सजा है

सपा सांसद बोले- मस्जिद में सामूहिक नमाज से ही भागेगा कोरोना (प्रतीकात्मक तस्वीर)

संभल, उत्तर प्रदेश :

सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) का दो दिन पहले इंटरनेट पर वीडियो सामने आया था, जिसमें वह कहते नजर आ रहे थे कि कोरोना वायरस (Coronavirus) कोई बीमारी नहीं है बल्कि हमारे गुनाहों की सजा है, जो अल्लाह हमें दे रहा है. रहमान ने एक बार फिर दोहराया है कि कोरोना संकट से बचने का सबसे अच्छा तरीका अल्लाह से माफी मांगना है. अगर अल्लाह ने माफ कर दिया तो हम कोरोना से बच जाएंगे. सपा सांसद अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं.

19 जुलाई को आए वीडियो में रहमान ने कहा कि बकरीद के मौके पर बाजार खुलने चाहिए ताकि लोग कुर्बानी के लिए जानवर खरीद सके. कोरोना वायरस के खात्मे के लिए मस्जिद और ईदगाह में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जानी चाहिए. 

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए सपा सांसद ने दोहराया कि कोरोना वायरस (COVID-19) कोई बीमारी नहीं है बल्कि हमारे पापों के लिए अल्लाह द्वारा दी गई सजा है. उन्होंने कहा, "अगर प्रशासन हमें मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत देता है, तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि नमाज के दौरान सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क पहने रहे. यदि अनुमति नहीं मिलती है तो हम अपने घरों में नमाज अदा करेंगे. हमने मस्जिद में नमाज पढ़ने की अनुमति के लिए प्रस्ताव रखा है. सरकार की ओर से जो भी नीति घोषित की जाएगी, उसका अनुसरण किया जाएगा." 

सपा सांसद शफीकुर्रहमान ने कहा कि कोरोना बीमारी नहीं है. इससे निकलने का सबसे अच्छा तरीका अल्लाह से माफी मांगना है, हम ऊपर वाला हमें माफ कर देता है तो हम कोरोना वायरस से मुक्त हो जाएंगे. 

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