सलमान को पता था कि ड्राइवर ने एक्सीडेंट किया है तो तब क्यों नहीं बताया : सुप्रीम कोर्ट में AG

सलमान को पता था कि ड्राइवर ने एक्सीडेंट किया है तो तब क्यों नहीं बताया : सुप्रीम कोर्ट में AG

सलमान खान (फाइल फोटो)

मुंबई:

सन 2002 के हिट एंड रन केस में सुप्रीम कोर्ट फिलहाल इस सवाल के जवाब पर अटका है कि सलमान की गाड़ी कौन चला रहा था? सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा भी कि क्या पता चल पाया कि गाड़ी कौन चला रहा था। कोर्ट ने बाकायदा सलमान की गाड़ी चलाने का दावा करने वाले अशोक सिंह के बयान भी सुने। फिलहाल सलमान को नोटिस जारी नहीं किया है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्योंकि यह मामला बरी करने से जुड़ा है, इसलिए हम कोई आदेश जारी करने से पहले पूरी सुनवाई चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट में 12 फरवरी को सुनवाई जारी रहेगी।

सरकार ने कहा, बाम्बे हाईकोर्ट का फैसला कानून का मखौल
महाराष्ट्र सरकार की ओर से पैरवी करते हुए एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि बाम्बे हाईकोर्ट का आदेश कानून का मखौल है। हाईकोर्ट ने सलमान को बरी करने के दौरान बड़े तथ्यों तो नजरअंदाज किया। यह केस संजीव नंदा के बीएमडब्लू केस जैसा है। सलमान के खिलाफ इस केस में पुख्ता सबूत हैं। सलमान ही शराब के नशे में लैंड क्रूजर चला  रहे थे। सरकार ने कहा कि कार में सलमान के अलावा कमाल खान और बॉडीगार्ड रवींद्र पाटिल मौजूद थे। दस घंटे बाद गिरफ्तारी के बावजूद ब्लड सैंपल में दशमलव 6 मिलीग्राम अल्कोहल मिला। बड़े एक्टर होने के बावजूद सलमान मौके पर घायलों को छोड़कर भाग गए। सलमान के बॉडीगार्ड रवींद्र पाटिल ने बयान में कहा था कि सलमान गाड़ी चला रहे थे। घायलों ने सलमान को ड्राइविंग सीट से निकलते हुए देखा था।

ड्राइवर की थ्योरी पर भी सवाल
महाराष्ट्र सरकार ने दलील दी कि सलमान को बचाने के लिए 13 साल बाद अचानक घर का पुराना ड्राइवर प्रकट हुआ। अगर ड्राइवर कार चला रहा था तो इतने साल तक बात बाहर क्यों नहीं आई? मोटर वाहन एक्ट के मुताबिक गाड़ी में बैठे व्यक्ति की भी जिम्मेदारी होती है। सलमान को घायलों की मदद करनी थी लेकिन वे भाग गए। अगर ड्राइवर था तो सलमान ने पुलिस को क्यों नहीं बताया, ड्राइवर को पेश क्यों नहीं किया? इतने साल कहां रहा ड्राइवर? अगर ड्राइवर गाड़ी चला रहा था तो सलमान उसे बचा क्यों रहे थे। हैरानी की बात है कि सलमान को पता था कि ड्राइवर अशोक सिंह ने इतना बड़ा एक्सीडेंट किया है, इसके बावजूद यह बात पुलिस से छिपाई। यहां तक कि  उसे नौकरी पर भी बनाए रखा। रोहतगी ने कहा कि होटल की पार्किंग वाले को सलमान ने ही टिप दी थी और गाड़ी वही चला रहे थे।

बाडीगार्ड की गवाही अहम
सलमान केस में बॉडीगार्ड रवींद्र पाटिल का बयान काफी अहम है। सरकार ने कहा कि पाटिल सलमान के साथ कार में मौजूद था, उसी ने पुलिस को बयान दिए। ट्रायल कोर्ट ने उसके बयानों पर सलमान को पांच साल की सजा सुनाई जबकि हाईकोर्ट ने उसकी गवाही को अविश्वसनीय करार दिया।

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दो दिग्गजों के बीच कानूनी दांवपेंच
सलमान केस में कानून की दुनिया के दो दिग्गज सुप्रीम कोर्ट में आमने-सामने हैं। महाराष्ट्र सरकार की ओर से एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी पेश हुए हैं तो सलमान की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिबल। सिबल ने कहा कि सरकार की कहानी अच्छी है लेकिन वे इसका जवाब देंगे।