सीट कन्फर्म न होने से सवा करोड़ रेल यात्री पिछले साल ट्रेन में नहीं कर पाए सफर

RTI Disclosure :रेलवे ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में करीब पांच करोड़ पीएनआर वेटिंग लिस्ट में रह जाने के कारण स्वत: ही रद्द हो गए.

सीट कन्फर्म न होने से सवा करोड़ रेल यात्री पिछले साल ट्रेन में नहीं कर पाए सफर

Railway के अनुसार, 2019-20 में प्रतीक्षा सूची में 8.9 प्रतिशत की औसत कमी आई

नई दिल्ली:

देश में व्यस्त रेल मार्गों पर ट्रेनें Train) अभी भी रेल यात्रियों की मांग पूरी नहीं कर पा रही हैं. एक आरटीआई (RTI) आवेदन के जरिये पता चला है कि प्रतीक्षा सूची (Waiting List) का टिकट कन्फर्म नहीं होने के कारण 2019-20 में करीब सवा करोड़ यात्री रेल यात्रा नहीं कर पाए. 

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आरटीआई के जवाब में रेलवे ने बताया है कि 2019-20 में कुल 84,61,204 पीएनआर प्रतीक्षा सूची में रह गए थे जो कन्फर्म न होने के कारण खुदबखुद रद्द हो गए. इन पीएनआर (PNR) के जरिये सवा करोड़ से अधिक यात्रियों के यात्रा करने का कार्यक्रम था. हालांकि भारी मांग के कारण सीट कन्फर्म नहीं हो सकी. हालांकि 2019-20 में प्रतीक्षा सूची में 8.9 प्रतिशत की औसत कमी आई. व्यस्त अवधि के दौरान 13.3 प्रतिशत यात्रियों को कन्फर्म टिकट (Confirm Ticket) नहीं मिल सका.

रेलवे (Railway) का कहना है कि पीएनआर रद्द हो जाने के बाद टिकट बुकिंग की रकम यात्रियों को वापस मिल जाती है. मध्य प्रदेश के आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ की आरटीआई अर्जी के जवाब में रेलवे ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में करीब पांच करोड़ पीएनआर वेटिंग लिस्ट में रह जाने के कारण स्वत: ही रद्द हो गए.

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रेलवे ने निजी ट्रेनें (Private Train) पेश कर पहली बार ट्रेन यात्रा के लिए प्रतीक्षा सूची को घटाने की दिशा में कदम उठाया है. रेलवे ने अधिक यात्री वाले मार्गों पर विशेष ‘क्लोन ट्रेनें' भी पेश की हैं. इन ट्रेनों का सीमित संख्या में ही ठहराव हैं. इनमें मुख्य रूप से थर्ड एसी (Third AC) के डिब्बे शामिल हैं, जो उसी मार्ग पर पहले से संचालित ‘स्पेशल ट्रेनों' से पहले परिचालित होंगी। इन ‘क्लोन ट्रेनों' की अग्रिम बुकिंग अवधि 10 दिनों की रहेगी.
 



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)