कोहिमा:
नगालैंड में नेफियू रियो ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। राजभवन में एक भव्य समारोह में राज्यपाल ने रियो के साथ 11 अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई।
रियो की पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट ने हालिया विधानसभा चुनाव में 60 में 38 सीटें जीती थी और शपथ ग्रहण करने वाले सभी 11 मंत्री उन्हीं की पार्टी के हैं।
एनपीएफ को गठबंधन के घटक भाजपा और जद(यू) के एक-एक विधायक के समर्थन के साथ सात अन्य निर्दलियों का बिना शर्त समर्थन प्राप्त है।
राज्यपाल निखिल कुमार के समक्ष पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने वालों में 63 वर्षीय मुख्यमंत्री के साथ शपथ लेने वाले राज्य के पूर्व गृहमंत्री इम्कोंग इम्चेन भी शामिल हैं, जिनकी कार से चुनाव प्रचार के दौरान 18 फरवरी को 1.10 करोड़ रुपये नकद और हथियार बरामद होने के कारण जिन्हें गिरफ्तार किया था और इस कारण उन्हें इस्तीफा भी देना पड़ा था। मुख्यमंत्री रियो ने बताया कि शाम तक संसदीय सचिवों के शपथ ग्रहण करने के बाद मंत्रियों के विभागों की घोषणा की जाएगी।
शाम के समय कोहिमा टाउन- 9 विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने जमकर हंगामा किया। इन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के प्रतिनिधि डॉक्टर नीकिसाली निकी किरे को बेहतर विभाग देने का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया।
महत्वपूर्ण बात यह है कि अभी विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है, लेकिन किरे समर्थकों को यह समझ आया कि मंत्रियों को विभाग दे दिया गया है। एनपीएफ के दफ्तर में भी तोड़फोड़ की गई।
रियो की पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट ने हालिया विधानसभा चुनाव में 60 में 38 सीटें जीती थी और शपथ ग्रहण करने वाले सभी 11 मंत्री उन्हीं की पार्टी के हैं।
एनपीएफ को गठबंधन के घटक भाजपा और जद(यू) के एक-एक विधायक के समर्थन के साथ सात अन्य निर्दलियों का बिना शर्त समर्थन प्राप्त है।
राज्यपाल निखिल कुमार के समक्ष पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने वालों में 63 वर्षीय मुख्यमंत्री के साथ शपथ लेने वाले राज्य के पूर्व गृहमंत्री इम्कोंग इम्चेन भी शामिल हैं, जिनकी कार से चुनाव प्रचार के दौरान 18 फरवरी को 1.10 करोड़ रुपये नकद और हथियार बरामद होने के कारण जिन्हें गिरफ्तार किया था और इस कारण उन्हें इस्तीफा भी देना पड़ा था। मुख्यमंत्री रियो ने बताया कि शाम तक संसदीय सचिवों के शपथ ग्रहण करने के बाद मंत्रियों के विभागों की घोषणा की जाएगी।
शाम के समय कोहिमा टाउन- 9 विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने जमकर हंगामा किया। इन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के प्रतिनिधि डॉक्टर नीकिसाली निकी किरे को बेहतर विभाग देने का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया।
महत्वपूर्ण बात यह है कि अभी विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है, लेकिन किरे समर्थकों को यह समझ आया कि मंत्रियों को विभाग दे दिया गया है। एनपीएफ के दफ्तर में भी तोड़फोड़ की गई।