प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
नागालैंड में एनडीपीपी नेता नेफियू रियो और एनपीएफ नेता टी आर जेलियांग ने सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने इस बाबत राज्यपाल से मुलाकात भी की. राज्यपाल पी बी आचार्य ने दोनों नेताओं को समर्थन कर रहे विधायकों के हस्ताक्षर जमा करने के लिए 48 घंटे का समय दिया. एनडीपीपी नेता रियो ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. गौरतलब है कि इससे पहले रविवार की सुबह राज्यपाल पी बी आचार्य ने कहा था कि एनडीपीपी नेता रियो के पास बहुमत है और उन्हें सरकार बनाना चाहिए.
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सरकार बनाने के दावों के बीच जेलियांग ने भी राज्यपाल आचार्य से मुलाकात की. इसके बाद आचार्य ने कहा कि रियो और जेलियांग दोनों ने बहुमत होने का दावा किया है लेकिन फिलहाल मैंने अभी किसी को भी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया है. मैंने उन्हें समर्थन कर रहे निर्वाचित सदस्यों के हस्ताक्षर सौंपने के लिए 48 घंटे का समय दिया है. हस्ताक्षर सौंपे जाने के बाद ही इसपर कोई फैसला लिया जाएगा.
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मैं उसी दल को सरकार बनाने का न्यौता दूंगा जिसके पास बहुमत होगा. खास बात यह है कि इससे पहले आचार्य ने कहा था कि कि उन्होंने रियो से समर्थन कर रहे सभी 32 विधायकों के हस्ताक्षर कल तक सौंपने को कहा है. इन सब के बीच भाजपा की सहयोगी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के महासचिव अबु मेथा ने बताया कि उनकी पार्टी और भाजपा ने 18 और 12 सीटें जीती हैं और उन्हें जदयू के एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल है.
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ऐसे में नागालैंड सरकार बनाने को लेकर सभी तरह के विकल्प खुले होने की बात कही जा रही है. (विशेष इनपुट भाषा से)
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मैं उसी दल को सरकार बनाने का न्यौता दूंगा जिसके पास बहुमत होगा. खास बात यह है कि इससे पहले आचार्य ने कहा था कि कि उन्होंने रियो से समर्थन कर रहे सभी 32 विधायकों के हस्ताक्षर कल तक सौंपने को कहा है. इन सब के बीच भाजपा की सहयोगी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के महासचिव अबु मेथा ने बताया कि उनकी पार्टी और भाजपा ने 18 और 12 सीटें जीती हैं और उन्हें जदयू के एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल है.
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