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This Article is From Apr 22, 2022

पांच से 11 वर्ष के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स लगाने की अनुमति देने की सिफारिश

24 दिसंबर, 2021 को 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लिए डीसीजीआई द्वारा कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल किया गया था.

पांच से 11 वर्ष के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स लगाने की अनुमति देने की सिफारिश
वर्तमान में, जायकोव-डी को दो एमजी की तीन खुराक के टीकाकरण के लिए अनुमोदित किया गया है.
नई दिल्ली:

भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने पांच से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के वास्ते बायोलॉजिकल ई के कोविड-19 रोधी टीके कोर्बेवैक्स के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी (ईयूए) देने की सिफारिश की है. यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को दी.

उन्होंने बताया कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड​​​​-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने हालांकि, दो से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के बीच कोवैक्सीन के उपयोग के लिए भारत बायोटेक से आपातकालीन उपयोग की अनुमति (ईयूए) को लेकर उसके आवेदन की समीक्षा के लिए अधिक आंकड़े मांगे हैं.

एक अन्य सूत्र ने कहा कि एसईसी ने कैडिला को 12 साल या अधिक उम्र के बच्चों के लिए 28 दिन के अंतर पर दो खुराक के साथ 3 मिलीग्राम की अतिरिक्त खुराक के लिए उसके जायकोव-डी टीके के लिए भी आपातकालीन उपयोग मंजूरी (ईयूए) देने की भी सिफारिश की है.

वर्तमान में, जायकोव-डी को दो एमजी की तीन खुराक के टीकाकरण के लिए अनुमोदित किया गया है.

बायोलॉजिकल ई के कॉर्बेवैक्स का उपयोग 12 से 14 वर्ष आयु के बच्चों में कोविड-19 के खिलाफ किया जा रहा है. 24 दिसंबर, 2021 को 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लिए डीसीजीआई द्वारा कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल किया गया था.

एक आधिकारिक सूत्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि बायोलॉजिकल ई ने प्रस्तावित पांच से 11 वर्ष आयु वर्ग में दूसरी खुराक के दो से तीन महीने बाद अद्यतन सुरक्षा डेटा प्रस्तुत किया था, साथ ही उच्च आयु वर्ग में उपयोग की जाने वाली खुराक से उपलब्ध सुरक्षा डेटा भी प्रस्तुत किया था.

बायोलॉजिकल ई ने टीकाकरण कार्यक्रम से 12 से 14 वर्ष के आयु वर्ग में टीकाकरण के लिए अद्यतन सुरक्षा डेटा भी प्रस्तुत किया है.

एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘एसईसी ने गौर किया कि पांच से लेकर 12 साल से कम उम्र तक के बच्चों में चरण 2/3 के क्लीनिकल ट्रायल का अंतरिम सुरक्षा और इम्यूनोजेनेसिटी डेटा उस उच्च आयु समूहों के तुलनात्मक है. इसने 12 से 14 वर्ष के आयु वर्ग में टीकाकरण के सुरक्षा डेटा पर भी गौर किया.''

एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘विस्तृत विचार-विमर्श के बाद, इसने आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए 5 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण की मंजूरी की सिफारिश की है, जिसमें चल रहे क्लीनिकल ट्रायल का डेटा जमा करने की शर्त है.'' भारत ने 16 मार्च को 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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