रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) शुक्रवार को क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान करने वाली है. समिति की सात अक्टूबर से तीन-दिवसीय बैठक चली है, जिसके बाद शुक्रवार को पॉलिसी की घोषणा होनी है. आरबीआई गवर्नर सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इस बार माना जा रहा है कि आरबीआई रेट में कटौती की घोषणा शायद ही करे क्योंकि उसका जोर बढ़ी हुई महंगाई को कम करने पर रह सकता है. कोविड-19 के चलते लगे प्रतिबंध हटने के बावजूद फूड सेक्टर में महंगाई लेवल से ऊपर चल रही है.
पिछली बैठक में समिति ने रेपो रेट में कोई बदलाव न करते हुए इसे 4.0 फीसदी पर रखा था, वहीं, रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35 फीसदी पर रखा गया था. संभावना जताई जा रही है कि समिति ये दरें इस बार भी स्थिर रखेगी.
बता दें कि यह बैठक 29 सितंबर से शुरू होनी थी लेकिन इसे टाल दिया गया था. दरअसल, समिति में बाहरी सदस्य भी शामिल होते हैं. 2016 में 2016 में भारतीय सांख्यिकीय संस्थान के प्रोफेसर चेतन घाटे, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (डीएसई) की निदेशक पमी दुआ और भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद में प्रोफेसर रवींद्र ढोलकिया को चार साल के लिए एमपीसी का स्वतंत्र सदस्य बनाया गया था. अब उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था, लेकिन सरकार ने नए सदस्यों की नियुक्ति नहीं की थी.
हालांकि, अब इस समिति से पीएम मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य आशिमा गोयल, थिंक टैंक नेशनल काउंसिल फॉर अप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च के वरिष्ठ सलाहकार शशांक भिडे और IIM अहमदाबाद के फाइनेंस एंड अकाउंटिंग प्रोफेसर जयंत वर्मा को नियुक्त किया गया है.
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