
बेंगलुरु के छापों की गूंज संसद तक
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छापे राजनीति से प्रेरित हैं : खड़गे
राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए ऐसा हो रहा है
छापों का विधायकों से लेना-देना नहीं
पढ़ें: बेंगलुरु की छापेमारी की गूंज संसद तक पहुंची, गुलाम नबी आजाद बोले- 15 करोड़ आपकी पार्टी बांट रही है हम नहीं
डर, भय एक राज्य से दूसरे राज्य पहुंचा : आजाद
वहीं कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि विधायकों को डराने धमकाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है. ये लोकतंत्र के खिलाफ है. पैसे बांटने का आरोप आपकी पार्टी पर है हमारी पार्टी पर नहीं तो रेड भी उन पर करो. कोई भी चुनाव बिना भय के और निष्पक्ष होना चाहिए. डर और भय एक राज्य से दूसरे राज्य तक भी पहुंच गया. वहां भी पीछा नहीं छोड़ा.
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अरुण जेटली की सफाई
इसे लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सफाई दी कि रिसॉर्ट में किसी विधायक के कमरे की तलाशी नहीं ली गई. आयकर की छापेमारी सिर्फ एक मंत्री तक सीमित. उसी मंत्री के 39 ठिकानों पर छापेमारी की गई है.मंत्री के घर से 5 करोड़ रुपयों की बरामदगी हुई है.
आयकर विभाग का बयान
हालांकि आयकर विभाग ने बयान जारी कर कहा है कि कांग्रेस विधायकों से छापे का लेना-देना नहीं. छापा सिर्फ़ कर्नाटक के मंत्री पर हुआ है. रिसॉर्ट में सिर्फ़ मंत्री के कमरे की तलाशी हुई. छापों का समय काफ़ी पहले तय हो चुका था. रिसॉर्ट में विधायकों का होना महज़ संयोग है.
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