गृहमंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)
श्रीनगर:
गृहमंत्री राजनाथ सिंह अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे और पवित्र गुफा के दर्शन भी करेंगे। राजनाथ शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचेंगे और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक में शीर्ष असैन्य, पुलिस और सैन्य अधिकारी भी होंगे। बैठक में राजनाथ सिंह राज्य की, खासतौर पर पुलवामा जिले में शनिवार को हुए आतंकवादी हमले के बाद स्थिति का जायजा लेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि केंद्रीय मंत्री को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आतंकवाद से निपटने के लिए और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी जाएगी। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों को सीमा पार से घुसपैठ बढ़ने की खबरों के संदर्भ में अत्यधिक सतर्क रहने के आदेश पहले ही दे दिए हैं।
गृहमंत्री द्वारा गठित तीन सदस्यीय एक दल पम्पोर हमले में खामियों (अगर कोई हों तो) पर गौर करने के लिए इन दिनों राज्य का दौरा कर रहा है, ताकि सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें। जम्मू-कश्मीर में अर्धसैनिक बलों के काफिले की आवाजाही के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया की भी उस बैठक में समीक्षा की जाएगी, जिसमें राजनाथ हिस्सा लेंगे।
शनिवार को अमरनाथ पहुंचकर पूजा अर्चना करेंगे राजनाथ
शनिवार 2 जुलाई को राजनाथ सिंह हेलीकॉप्टर से सुबह 12,756 फुट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा जाएंगे और पूजा अर्चना करेंगे। गृहमंत्री अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों पर किए गए सुरक्षा इंतजाम का जायजा भी लेंगे। गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी पवित्र गुफा की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
दोनों मार्गों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल के कम से कम 12,500 जवान तथा राज्य पुलिस के 8,000 कर्मी तैनात किए जाएंगे। एक मार्ग दक्षिण कश्मीर के पहलगाम से और दूसरा मार्ग पूर्वोत्तर सोनमर्ग से होकर अमरनाथ गुफा की ओर जाता है। कुल 48 दिन की इस यात्रा के बारे में अभी तक कोई खास खतरे की सूचना नहीं मिली है।
गत 25 जून को पुलवामा जिले के पम्पोर में सीआरपीएफ के काफिले पर दो आतंकवादियों के हमले में बल के 8 कर्मी शहीद हो गए थे और कम से कम 21 अन्य घायल हो गए थे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि केंद्रीय मंत्री को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आतंकवाद से निपटने के लिए और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी जाएगी। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों को सीमा पार से घुसपैठ बढ़ने की खबरों के संदर्भ में अत्यधिक सतर्क रहने के आदेश पहले ही दे दिए हैं।
गृहमंत्री द्वारा गठित तीन सदस्यीय एक दल पम्पोर हमले में खामियों (अगर कोई हों तो) पर गौर करने के लिए इन दिनों राज्य का दौरा कर रहा है, ताकि सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें। जम्मू-कश्मीर में अर्धसैनिक बलों के काफिले की आवाजाही के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया की भी उस बैठक में समीक्षा की जाएगी, जिसमें राजनाथ हिस्सा लेंगे।
शनिवार को अमरनाथ पहुंचकर पूजा अर्चना करेंगे राजनाथ
शनिवार 2 जुलाई को राजनाथ सिंह हेलीकॉप्टर से सुबह 12,756 फुट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा जाएंगे और पूजा अर्चना करेंगे। गृहमंत्री अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों पर किए गए सुरक्षा इंतजाम का जायजा भी लेंगे। गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी पवित्र गुफा की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
दोनों मार्गों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल के कम से कम 12,500 जवान तथा राज्य पुलिस के 8,000 कर्मी तैनात किए जाएंगे। एक मार्ग दक्षिण कश्मीर के पहलगाम से और दूसरा मार्ग पूर्वोत्तर सोनमर्ग से होकर अमरनाथ गुफा की ओर जाता है। कुल 48 दिन की इस यात्रा के बारे में अभी तक कोई खास खतरे की सूचना नहीं मिली है।
गत 25 जून को पुलवामा जिले के पम्पोर में सीआरपीएफ के काफिले पर दो आतंकवादियों के हमले में बल के 8 कर्मी शहीद हो गए थे और कम से कम 21 अन्य घायल हो गए थे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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