रजनीकांत की मुस्लिम संगठन के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद टिप्पणी (फाइल फोटो)
खास बातें
- देश में शांति कायम रखने के तैयार हूं: रजनीकांत
- देश का पहला उद्देश्य प्यार, एकता और शांति कायम करना होना चाहिए
- रविवार को 'तमिलनाडु जमात उल उलेमा सबाई' के सदस्यों से की मुलाकात
चेन्नई: दिल्ली हिंसा की आलोचना करने के कुछ बाद तमिल सुपरस्टार और राजनेता रजनीकांत ने रविवार को कहा कि वह देश में शांति कायम करने में कोई भी भूमिका निभाने के लिए तैयार है. उनकी यह प्रतिक्रिया एक मुस्लिम संगठन के कुछ नेताओं से मुलाकात के बाद आई है. कुछ दिन पहले ही उन्होंने दिल्ली हिंसा को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि निश्चित तौर पर यह खुफिया तंत्र की विफलता है और इस वजह से गृह मंत्रालय भी हिंसा को रोकने में नाकाम रहा.
रजनीकांत ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, "मैं देश में शांति कायम रखने के लिए कोई भी भूमिका निभाने को तैयार हूं. मैं मुस्लिम संगठन के नेताओं की उस बात से भी सहमत हूं, जिसमें उन्होंने कहा है कि किसी भी देश का पहला उद्देश्य प्यार, एकता और शांति कायम करना होना चाहिए."
दिल्ली हिंसा को लेकर रजनीकांत ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, तो कमल हसन बोले- ऐसे ही सामने आओ
तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने रविवार को अपने घर पर 'तमिलनाडु जमात उल उलेमा सबाई' के सदस्यों से मुलाकात की. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है. हिंसा प्रभावित इलाकों से तीन और शव बरामद होने के बाद यह आंकड़ा 46 हो गया. इनमें से एक शव गोकुलपुरी में नाले से, जबकि दो भागीरथी विहार में नाले से बरामद किए गए हैं.
रजनीकांत ने CAA को लेकर तोड़ी चुप्पी, बोले- अगर इससे मुस्लिमों को कोई खतरा हुआ तो मैं...
पिछले हफ्ते दिल्ली हिंसा को लेकर रजनीकांत ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि हिंसा से सख्ती से निपटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह खुफिया तंत्र और गृह मंत्रालय की विफलता है. प्रदर्शन शांतिपूर्ण होने चाहिए, इसमें हिंसा नहीं होनी चाहिए. यदि हिंसा भड़कती है तो इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए.
वीडियो: अफवाहों से बचने के लिए दिल्ली पुलिस की लोगों से अपील
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)