
राजेश और नूपुर तलवार आरुषि के नाम पर खोलेंगे अस्पताल
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तलवार दंपति का जेल में कमाया मेहनताना लेने से इनकार
आरुषि के नाम से अस्पताल खोंलेगे
गरीब लोगों का यहां किया जाएगा मुफ्त में इलाज
बरी किए गए तलवार दंपती लेकिन डासना जेल में अब भी हर पखवाड़े जाएंगे, जानें यह 'खास' कारण
2008 में नोएडा में तलवार दंपति के घर पर बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या कर दी गई. 2013 में गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत ने तलवार दंपति को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई, जिसे इन लोगों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. जहां सबूत के अभाव में इन दोनों को बरी करने के आदेश हुए.
मैं अपनी प्यारी 'आरू' को नहीं बचा पाया : राजेश तलवार की जेल में लिखी डायरी के कुछ हिस्से
- राजेश तलवार ने जेल में बतौर सजायाफ्ता कैदी के तौर पर 3 साल 10 महीने 21 दिन काटे
- वहीं विचाराधीन कैदी के तौर पर 1 महीने 20 दिन गुजारे
- नुपूर तलवार 3 साल 6 महीने 22 दिन सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे और
- विचाराधीन के तौर पर 4 महीने 26 दिन जेल में गुजारे.
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