शत्रुजीत अभ्यास में शामिल टैंक
नई दिल्ली:
राजस्थान में पाकिस्तान सीमा से लगे महाजन फायरिंग रेंज पर सेना के युद्ध अभ्यास 'शत्रुजीत' के दौरान अलग-अलग हादसों में तीन सैनिक शहीद हो गए। सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वॉयरी के आदेश दे दिए हैं और इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
पिछले दो महीने तक थार के रेगिस्तान में हुए इस अभ्यास की शुरुआत में ही एक जवान की जान चली गई। दूसरे जवान की मौत करंट लगने की वजह से मौत हो गई, जबकि तीसरे जवान की मौत सांप काटने की वजह से हुई।
पाकिस्तान की ओर से अगर परमाणु हमले की स्थिति पैदा होती तो उससे निपटने की तैयारियों के मद्देनजर भारतीय सेना पाकिस्तान से लगी सरहद पर 'शत्रुजीत' अभ्यास कर रही थी, ताकि अपने रणनीतिक कौशल को और धार दे सकें। 22 अप्रैल को सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने खुद इस युद्धाभ्यास का जायजा लिया था।
पिछले दो महीने तक थार के रेगिस्तान में हुए इस अभ्यास की शुरुआत में ही एक जवान की जान चली गई। दूसरे जवान की मौत करंट लगने की वजह से मौत हो गई, जबकि तीसरे जवान की मौत सांप काटने की वजह से हुई।
पाकिस्तान की ओर से अगर परमाणु हमले की स्थिति पैदा होती तो उससे निपटने की तैयारियों के मद्देनजर भारतीय सेना पाकिस्तान से लगी सरहद पर 'शत्रुजीत' अभ्यास कर रही थी, ताकि अपने रणनीतिक कौशल को और धार दे सकें। 22 अप्रैल को सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने खुद इस युद्धाभ्यास का जायजा लिया था।
सेना के सूत्रों के मुताबिक, हम अपने स्तर पर एहतियात बरतने की कोशिश करते हैं लेकिन कई बार जरा सी भी चूक भारी पड़ जाती है। पिछले साल दिसंबर महीने में हुए अभ्यास 'दृढ़संकल्प' में भी पांच सैनिकों की मौत हो गई थी। इनमें तीन अफसर और दो जवान शामिल थे। सेना के सूत्रों ने बताया कि कि ऐसा अभ्यास 45 डिग्री तापमान में 30 हजार से ज्यादा सैनिक हिस्सा ले रहे हों, वहां ऐसे हादसों का होना कोई बड़ी बात नहीं है।
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