बनारस से गंगा घाट की तस्वीर।
बनारस:
पिछले दिनों हुई तेज बारिश का असर वाराणसी के गंगा में भी दिखने लगा है। गंगा का जल स्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे 84 घाटों में से तक़रीबन 50 घाटों से पैदल संपर्क मार्ग टूट गया है। दशाश्वमेघ घाट पर होने वाली शाम की गंगा आरती का स्थान भी बदल गया है। बनारस के घाटों पर बने मंदिर देवालय एक एक कर धीरे धीरे गंगा के आगोश में आ रहे हैं।
बाढ़ की वजह से घाट के किनारे रहने वाले और घाटों पर घूमने के लिए आने वालों की परेशानी बढ़ गई है। गंगा के इस बढ़ाव से प्रशासन भी चौकन्ना हुआ है।
उसने गंगा में छोटी नाव का संचालन रोक दिया। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक़ गंगा का जल सोमवार की सुबह 63. 31 मीटर था, जो रात में 63. 32 मीटर हो गया था। हालांकि, बनारस में गंगा के बाढ़ का उच्चतम बिन्दू 70. 26 मीटर है, जिससे अभी गंगा सात क़दम दूर है।
बाढ़ की वजह से घाट के किनारे रहने वाले और घाटों पर घूमने के लिए आने वालों की परेशानी बढ़ गई है। गंगा के इस बढ़ाव से प्रशासन भी चौकन्ना हुआ है।
उसने गंगा में छोटी नाव का संचालन रोक दिया। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक़ गंगा का जल सोमवार की सुबह 63. 31 मीटर था, जो रात में 63. 32 मीटर हो गया था। हालांकि, बनारस में गंगा के बाढ़ का उच्चतम बिन्दू 70. 26 मीटर है, जिससे अभी गंगा सात क़दम दूर है।
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