दुर्घटनास्थल की तस्वीर
नई दिल्ली:
रेल विभाग ने कहा कि मध्यप्रदेश में हरदा के निकट पटरी पर अचानक बाढ़ का पानी आ जाने के कारण दो ट्रेनें उफनती माचक नदी को पार करते समय दुर्घटनाग्रस्त हुईं। इस दुर्घटना में 28 लोगों की मौत हुआ है और करीब 40 लोग घायल हुए हैं। 300 से ज्यादा लोगों को इस हादसे में बचाया गया है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल ने कहा, खबरों के अनुसार संभवत: निकटवर्ती बांध में क्षमता से अधिक पानी हो जाने के कारण पटरी पर अचानक पानी आ गया और इसी कारण ट्रेनें पटरी से उतरीं। उन्होंने कहा कि दुर्घटना से 10 मिनट पहले तक ट्रैक बिल्कुल ठीक था और उससे कई ट्रेनें सुरक्षित निकली थीं। उन्होंने बताया कि बहुत से यात्रियों को बचा लिया गया है और उन्हें निकटवर्ती स्टेशन भेजा गया है।
मित्तल ने कहा कि रेल विभाग ट्रेनों के पटरी से उतरने की घटना की जांच करेगा।
उन्होंने कहा, हम दुर्घटनाओं की जांच करेंगे और भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाएंगे। इस बीच रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) कुंदन सिन्हा ने बताया कि पानी की मात्रा अत्यधिक हो जाने के कारण वह पटरियों पर आ गया है और इस विशेष हिस्से पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है।
सिन्हा ने बताया कि दुर्घटना राहत ट्रेन घटनास्थल पर पहुंच गई है और कई यात्रियों को निकटवर्ती स्टेशन लाया गया है। मुंबई से वाराणसी जाने वाली कामायनी एक्सप्रेस और मुंबई जबलपुर जनता एक्सप्रेस भोपाल से करीब 160 किलोमीटर दूर हरदा के नजदीक हादसे की शिकार हो गईं। ये दुर्घटनाएं माचक नदी पर खिरकिया और हरदा स्टेशन के निकट हुईं।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल ने कहा, खबरों के अनुसार संभवत: निकटवर्ती बांध में क्षमता से अधिक पानी हो जाने के कारण पटरी पर अचानक पानी आ गया और इसी कारण ट्रेनें पटरी से उतरीं। उन्होंने कहा कि दुर्घटना से 10 मिनट पहले तक ट्रैक बिल्कुल ठीक था और उससे कई ट्रेनें सुरक्षित निकली थीं। उन्होंने बताया कि बहुत से यात्रियों को बचा लिया गया है और उन्हें निकटवर्ती स्टेशन भेजा गया है।
मित्तल ने कहा कि रेल विभाग ट्रेनों के पटरी से उतरने की घटना की जांच करेगा।
उन्होंने कहा, हम दुर्घटनाओं की जांच करेंगे और भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाएंगे। इस बीच रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) कुंदन सिन्हा ने बताया कि पानी की मात्रा अत्यधिक हो जाने के कारण वह पटरियों पर आ गया है और इस विशेष हिस्से पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है।
सिन्हा ने बताया कि दुर्घटना राहत ट्रेन घटनास्थल पर पहुंच गई है और कई यात्रियों को निकटवर्ती स्टेशन लाया गया है। मुंबई से वाराणसी जाने वाली कामायनी एक्सप्रेस और मुंबई जबलपुर जनता एक्सप्रेस भोपाल से करीब 160 किलोमीटर दूर हरदा के नजदीक हादसे की शिकार हो गईं। ये दुर्घटनाएं माचक नदी पर खिरकिया और हरदा स्टेशन के निकट हुईं।
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