 
                                            2014 में कांग्रेस की हार पर राहुल ने कही यह बात
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को लंदन में कहा कि 2014 के आम चुनावों में मिली हार से पार्टी ने सबक सीखा है और स्वीकार किया कि 10 साल तक सत्ता में रहने की वजह से उसमें ‘एक हद तक दंभ’ आ गया था. इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटजिक स्टडीज में यहां एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, ‘आपको सुनना होगा - नेतृत्व का आशय सीखना है.’ 
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दरअसल, राहुल गांधी से जब पूछा गया कि उनकी पार्टी ने 2014 में मिली चुनावी शिकस्त से क्या सीखा, तो उन्होंने कहा, ‘10 साल तक सत्ता में रहने के बाद कांग्रेस में कुछ हद तक दंभ आ गया था और हमनें सबक सीखा.’ राहुल ने कहा कि भारत नौकरियां देकर ही अपना कद बढ़ा सकता है और भारत में ‘नौकरियों का संकट’ है. उन्होंने कहा कि चीन जहां प्रत्येक 24 घंटे में 50,000 नौकरियों का सृजन करता है वहीं भारत इस अवधि में महज 450 नौकरियां सृजित कर पाता है.
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उन्होंने कहा, ‘भारत अपना प्रभाव कैसे बढ़ा सकता है जब आप मूल तत्वों की अनदेखी करते हैं. आप अपने कृषि क्षेत्र का समर्थन नहीं करते. ’ राहुल गांधी ने कहा, ‘अगर आप भारत की सफलता को देखेंगे तो इसे तब हासिल किया गया जब यहां विकेंद्रीकरण था. भारत के सर्वश्रेष्ठ और सबसे सफल शासकों ने सत्ता का विकेंद्रीकरण किया.’
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी भारत के लोगों को आपस में जोड़ती है जबकि भाजपा एवं आरएसएस उन्हें बांटते हैं और नफरत फैलाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस में महिलाओं की कोई जगह नहीं है और वे उनसे ‘‘दोयम दर्जे के नागरिक’’ जैसा सलूक करते हैं. गुरुवार को बर्लिन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राहुल ने दावा किया कि देश में मूड काफी बांटने वाला है और सरकार लोगों पर एक खास विचारधारा थोपने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस इस प्रवृति का मुकाबला कर रही है.
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राहुल ने कहा कि पूरा विपक्ष एक साथ आ रहा है और भाजपा एवं आरएसएस को देश की संस्थाओं को नष्ट नहीं करने दिया जाएगा, चाहे वह चुनाव आयोग हो, उच्चतम न्यायालय हो या कोई अन्य संस्था हो. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सभी की पार्टी है, सभी के लिए काम करती है और हमारा काम विविधता में एकता के विचार को फैलाना है.’
VIDEO: मिशन 2019 इंट्रो : राहुल के बयान पर बीजेपी का पलटवार
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
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दरअसल, राहुल गांधी से जब पूछा गया कि उनकी पार्टी ने 2014 में मिली चुनावी शिकस्त से क्या सीखा, तो उन्होंने कहा, ‘10 साल तक सत्ता में रहने के बाद कांग्रेस में कुछ हद तक दंभ आ गया था और हमनें सबक सीखा.’ राहुल ने कहा कि भारत नौकरियां देकर ही अपना कद बढ़ा सकता है और भारत में ‘नौकरियों का संकट’ है. उन्होंने कहा कि चीन जहां प्रत्येक 24 घंटे में 50,000 नौकरियों का सृजन करता है वहीं भारत इस अवधि में महज 450 नौकरियां सृजित कर पाता है.
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उन्होंने कहा, ‘भारत अपना प्रभाव कैसे बढ़ा सकता है जब आप मूल तत्वों की अनदेखी करते हैं. आप अपने कृषि क्षेत्र का समर्थन नहीं करते. ’ राहुल गांधी ने कहा, ‘अगर आप भारत की सफलता को देखेंगे तो इसे तब हासिल किया गया जब यहां विकेंद्रीकरण था. भारत के सर्वश्रेष्ठ और सबसे सफल शासकों ने सत्ता का विकेंद्रीकरण किया.’
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी भारत के लोगों को आपस में जोड़ती है जबकि भाजपा एवं आरएसएस उन्हें बांटते हैं और नफरत फैलाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस में महिलाओं की कोई जगह नहीं है और वे उनसे ‘‘दोयम दर्जे के नागरिक’’ जैसा सलूक करते हैं. गुरुवार को बर्लिन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राहुल ने दावा किया कि देश में मूड काफी बांटने वाला है और सरकार लोगों पर एक खास विचारधारा थोपने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस इस प्रवृति का मुकाबला कर रही है.
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राहुल ने कहा कि पूरा विपक्ष एक साथ आ रहा है और भाजपा एवं आरएसएस को देश की संस्थाओं को नष्ट नहीं करने दिया जाएगा, चाहे वह चुनाव आयोग हो, उच्चतम न्यायालय हो या कोई अन्य संस्था हो. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सभी की पार्टी है, सभी के लिए काम करती है और हमारा काम विविधता में एकता के विचार को फैलाना है.’
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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