मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस (Congress) ने शनिवार (19 दिसंबर) को एक अहम बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. बैठक में किसान आंदोलन (Farmers Protest) समेत कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव पर चर्चा होने की संभावना है. खबर है कि इस बैठक में उन नाराज नेताओं को भी शामिल होने को कहा गया है जिन्होंने पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखे थे और सांगठनिक बदलाव का अनुरोध किया था.
गांधी परिवार के नेताओं की पार्टी के वरिष्ठ असंतुष्ट नेताओं के साथ ये बैठक काफी अहम है. इन नेताओं के साथ बैठक को पार्टी के भीतर बने गतिरोध को सुलझने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamanath) ने इस बैठक के आयोजन में अहम भूमिका निभाई है.
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कांग्रेस ने उन खबरों का खंडन किया है कि ये नाराज नेताओं को मनाने के लिए बुलाई गई बैठक है. सूत्रों ने कहा कि इस बैठक में चिट्ठी पर दस्तखत करने वाले 23 नेताओं में सभी शामिल नहीं होंगे. उनमें से पांच-छह ही शरीक होंगे. इनके अलावा भी कई नेताओं को बुलाया गया है. माना जा रहा है कि इस मीटिंग में जनवरी-फरवरी में होने वाले पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के अलावा किसान आंदोलन पर पार्टी की रणनीति पर चर्चा होगी.
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सूत्रों के अनुसार, कमलनाथ ने तथाकथित असंतुष्ट नेताओं के पत्र लिखने के कारण का समर्थन किया है, जिन्होंने अगस्त में पार्टी के पतन पर चिंता व्यक्त करते हुए सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी. उस पत्र में "सक्रिय और वर्तमान नेतृत्व" के लिए बदलाव करने को कहा गया था. सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के कारण मध्य प्रदेश में सत्ता गंवाने वाले कमलनाथ ने पत्र लिखने वाले नेताओं से मिलने के लिए गांधी परिवार को मनाने में भूमिका निभाई है. अब तक, उन्होंने असंतुष्टों से दूरी बना रखी थी.
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