देशभर में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध हो रहा है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) का पुरजोर विरोध हो रहा है. गुरुवार को 11 शहरों में नए कानून के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी है. बुधवार शाम दिल्ली सहित तीन शहरों में पुलिस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी. दिल्ली पुलिस ने राजधानी में किसी भी तरह की रैली पर रोक लगा दी है. लखनऊ में भी लोगों के एकजुट होने पर रोक लगी है. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आज (गुरुवार) होने वाले प्रदर्शनों पर रोक लगाई गई है. मुंबई, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, नागपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता और भोपाल में प्रदर्शनों पर कोई रोक नहीं लगाई गई है.
गुरुवार को होने वाले विरोध प्रदर्शन से जुड़ी 10 बड़ी बातें
- इस हफ्ते दिल्ली में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच दो बार हिंसक झड़प हो चुकी है. नए कानून के विरोध में लाल किला पर प्रदर्शन करने की तैयारी की गई थी लेकिन बुधवार शाम पुलिस ने इस प्रदर्शन पर रोक लगाते हुए कहा कि कानून व्यवस्था व ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती.
- पुलिस द्वारा परमिशन नहीं मिलने के बाद सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी तमाम खबरें वायरल हो रही हैं. कुछ में रोक के बावजूद प्रदर्शन करने की बात कही जा रही है तो कुछ लोग इसपर रोक लगाए जाने से निराश हैं. फिलहाल स्थिति साफ नहीं है कि प्रदर्शनकारी लाल किला पहुंचेंगे कि नहीं.
- गुरुवार को 11 बजे बेंगलुरु में भी दो जगहों पर विरोध प्रदर्शन करने की बात कही गई थी. पुलिस कमिश्नर भास्कर राव ने इस बारे में कहा, 'प्रदर्शनों को लेकर पुलिस से परमिशन नहीं ली गई है. पहले कुछ घटनाएं हुई हैं जिनमें पथराव हुआ और कई लोग घायल हो गए. सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा, तो हमने इसे देखते हुए तय किया है कि हम इन प्रदर्शनों की इजाजत नहीं देंगे. गुरुवार सुबह 6 बजे से 21 दिसंबर तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.'
- उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से ट्वीट कर बताया गया है कि धारा 144 लागू है और गुरुवार को किसी भी तरह के प्रदर्शन की इजाजत नहीं है. इसमें हिस्सा न लें. अभिभावकों से भी निवेदन है कि वह अपने बच्चों की काउंसिलिंग करें.
- बुधवार दोपहर से सोशल मीडिया के जरिए कई संगठन और राजनीतिक पार्टियों ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में इन प्रदर्शनों में पहुंचने की अपील की है. इन पोस्ट में लोगों को शहर, प्रदर्शन स्थल और समय की जानकारी दी जा रही है.
- भुवनेश्वर में सुबह 10 बजे से लोगों से जुटने की अपील की गई है. मुंबई में प्रदर्शनकारी रैली निकालते हुए नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करेंगे. चेन्नई में दोपहर तीन बजे लोगों को बुलाया गया है. पटना में सुबह 10 बजे, भोपाल में दोपहर दो बजे, हैदराबाद में चार बजे और पुणे में साढ़े चार बजे नए कानून के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जाएगा.
- कोलकाता में आज (गुरुवार) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ पैदल मार्च निकालेंगी. यह रैली दोपहर में होगी. बता दें कि ममता बनर्जी, केरल के सीएम पी. विजयन और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने-अपने राज्य में इस कानून को लागू करने से साफ इंकार कर चुके हैं.
- नागरिकता संशोधन कानून में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए 6 समुदायों- हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.
- नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 59 याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं. मामले की सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है, हालांकि कोर्ट ने इस कानून पर रोक लगाने से इंकार किया है. मामले की अगली सुनवाई 22 जनवरी को होगी.
- नागरिकता संशोधन बिल को लोकसभा में पेश किए जाने के बाद से पूर्वोत्तर राज्यों में इसका काफी विरोध हो रहा है. असम, त्रिपुरा और मेघालय में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं सामने आईं. यहां सार्वजनिक संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है. प्रदर्शन में कई लोगों की मौत की भी खबर है.