केंद्रीय मंत्री तथा BJP नेता रविशंकर प्रसाद का कहना है, "प्रियंका (गांधी वाड्रा) जी महासचिव बन गई हैं, उन्हें मेरी शुभकामनाएं... चूंकि यह पार्टी परिवार का ही मुद्दा है, इसलिए इस तरह की नियुक्तियां आश्चर्यजनक नहीं हैं, लेकिन इतना फिर भी कहना चाहूंगा कि उन्हें सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश की सीमित भूमिका क्यों दी गई...? संभवतः उनके व्यक्तित्व के लिहाज़ से व्यापक और बड़ी भूमिका दी जानी चाहिए थी..."
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने पार्टी के इस फैसले पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के इस फैसले का स्वागत करता हूं. प्रियंका जी पहले भी चुनाव में बड़ी जिम्मेदारियां संभाल चुकी है. अब जैसी परिस्थितियां होंगी वैसा फैसला लिया जाएगा. इस फैसले से पूरे देश में उत्साह है. सब इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं. कांग्रेस वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के इस फैसले से आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को बड़ा फायदा होगा. वह युवाओं के बीच खासी लोकप्रिय हैं.
इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने भी राहुल गांधी के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी के इस फैसले कांग्रेस को न सिर्फ यूपी में बल्कि पूरे देश वापसी करने में मदद मिलेगी. वह विदेश से आने के बाद अपना पदभार संभालेंगी. इस फैसले पर सचिन पायलट ने कहा कि इससे लोकसभा चुनाव को लेकर हमारी तैयारियों में फायदा मिलेगा. वह युवाओं के बीच खासी प्रचलित हैं. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) ने एक बड़ा दांव चला है.
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की बहन और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra)भी सक्रिय राजनीति में उतर गई हैं. कांग्रेस ने उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया गया है, उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी गई है. वे फरवरी के पहले सप्ताह से जिम्मेदारी संभालेंगी. इसके अलावा कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को तुरंत प्रभाव से महासचिव नियुक्त करके पश्चिमी यूपी की कमान सौंपी गई है. कांग्रेस ने इसका ऐलान बुधवार को किया है.
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पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल को संगठन महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है जो पहले की तरह कर्नाटक के प्रभारी की भूमिका निभाते रहेंगे. संगठन महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे अशोक गहलोत के राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने के बाद वेणुगोपाल की नियुक्ति की गई है. उत्तर प्रदेश के लिए प्रभारी-महासचिव की भूमिका निभा रहे गुलाम नबी आजाद को अब हरियाणा की जिम्मेदारी दी गयी है.
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लोकसभा चुनाव से प्रियंका गांधी का राजनीति में एंट्री का एलान कांग्रेस का बड़ा दांव माना जा रहा है. यूपी में पार्टी अखिलेश यादव और मायावती के गठबंधन करने के बाद कांग्रेस ने सभी 80 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया था. वहीं दूसरी ओर नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राहुल गांधी आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. कांग्रेस राफेल सहित कई अन्य मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेर रही है.
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कांग्रेस के इस एलान के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 'हर राज्य से नकारे जाने के बाद आखिर में कांग्रेस ने अब प्रियंका गांधी पर दांव खेला है. प्रियंका कांग्रेस के लिए बैसाखी की तरह है. न्यू इंडिया में यह सवाल पूछा जा रहा है कि नेहरू जी के बाद इंदिरा जी फिर राजीव, फिर सोनिया जी, फिर राहुल जी और अब प्रियंका जी. बीजेपी में पार्टी ही परिवार है तो कांग्रेस में परिवार ही पार्टी है. यही फर्क है हमारे बीच.' प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति में एंट्री के ऐलान के बाद उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने उन्हें बधाई देते हुए फेसबुक पर पोस्ट लिखा है. 'शुभकामनाएं प्रियंका... तुम्हारी जिंदगी के हर मोड़ पर तुम्हारे साथ हूं.'
कांग्रेस के इस फैसले पर भाजपा नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी हैं. केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने ट्वीट किया, 'कांग्रेस में परिवार के अलावा सब बेकार. परिवार के अलावा नहीं कोई असरदार. कुछ भी करलो अबकि बार फिर मोदी सरकार.' इनके अलावा केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने भी इस पर टिप्पणी की है.