नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने अगले राष्ट्रपति के नाम पर सर्वसम्मति बनाने पर जोर दिया। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा)प्रमुख मुलायम सिंह यादव एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए प्रस्तावित नामों पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
पवार ने बुधवार को कहा कि हमें दोबारा वार्ता करने की आवश्यकता है और इस पर विचार करने की जरूरत है कि कैसे सर्वसम्मति बनाई जाए। मैं किसी भी नाम पर कोई टिप्पणी नहीं करुंगा। हमें किसी एक नाम पर सर्वसम्मति बनाने पर विचार करना ही होगा।"
उन्होंने यह टिप्पणी सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राष्ट्रपति के सम्भावित उम्मीदवारों के रूप में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम आजाद, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का नाम प्रस्तावित करने के बाद की है। राष्ट्रपति का चुनाव 19 जुलाई को प्रस्तावित है।
पवार सत्तारुढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक के पहले नेता थे जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर राष्ट्रपति के मुद्दे पर सर्वसम्मति बनाने पर जोर दिया था।
पवार ने बुधवार को कहा कि हमें दोबारा वार्ता करने की आवश्यकता है और इस पर विचार करने की जरूरत है कि कैसे सर्वसम्मति बनाई जाए। मैं किसी भी नाम पर कोई टिप्पणी नहीं करुंगा। हमें किसी एक नाम पर सर्वसम्मति बनाने पर विचार करना ही होगा।"
उन्होंने यह टिप्पणी सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राष्ट्रपति के सम्भावित उम्मीदवारों के रूप में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम आजाद, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का नाम प्रस्तावित करने के बाद की है। राष्ट्रपति का चुनाव 19 जुलाई को प्रस्तावित है।
पवार सत्तारुढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक के पहले नेता थे जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर राष्ट्रपति के मुद्दे पर सर्वसम्मति बनाने पर जोर दिया था।
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