
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के खिलाफ कथित आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया (Prashant Kanojia) की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आदेश दिया है कि यूपी सरकार प्रशांत कनौजिया को रिहा करे. इस मसले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी अपने आधिकारिक अकाउंट पर ट्वीट किया है. उनका कहना है कि यूपी के सीएम का व्यवहार मूर्खतापूर्ण हैं और गिरफ्तार पत्रकारों को रिहा करने की जरूरत है.
सीएम योगी पर कथित टिप्पणी का मामला : सुप्रीम कोर्ट का आदेश- प्रशांत कनौजिया को रिहा करे यूपी सरकार
राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, ''अगर मेरे खिलाफ झूठी या मनगढ़ंत रिपोर्ट लिखने वाले या आरएसएस/बीजेपी प्रायोजित प्रोपैगेंडा चलाने वाले पत्रकारों को जेल में डाल दिया जाए तो अधिकतर अखबार/न्यूज चैनलों को स्टाफ की गंभीर कमी का सामना करना पड़ सकता है. यूपी के सीएम का व्यवहार मूर्खतापूर्वक हैं और गिरफ्तार पत्रकारों को रिहा करने की जरूरत है.''
मालूम हो कि रिहाई के आदेश के बाद प्रशांत कनौजिया के वकील ने मीडिया से बात की. प्रशांत कनौजिया के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी को बिल्कुल गलत ठहराया है. वकील ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर कहा कि उसने गलत किया या सही इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहा हूं.
बताते चले कि प्रशांत की पत्नी जगीशा कनौजिया ने सुप्रीम कोर्ट में 'हैबियस कॉरपस' याचिका दाखिल की थी. याचिका में कहा गया था कि प्रशांत की गिरफ्तारी गैरकानूनी है और यूपी पुलिस ने इस संबंध में ना तो FIR के बारे में जानकारी दी है ना ही गिरफ्तारी के लिए कोई गाइडलाइन का पालन किया है. उन्हें दिल्ली में ट्रांजिट रिमांड के लिए किसी मजिस्ट्रेट के पास भी पेश नहीं किया गया. आपको बता दें कि शनिवार सुबह दिल्ली में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मंडावली स्थित उनके घर से हिरासत में लिया गया था.
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