यह ख़बर 23 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

सोनिया ने प्रफुल्ल से कहा, गतिरोध समाप्त करने को कुछ करें

खास बातें

  • राकांपा और कांग्रेस के बीच गतिरोध बरकरार रहने के मद्देनजर सोनिया गांधी को सोमवार को राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल से यह कहते सुना गया कि संकट समाप्त करने के लिए वह ‘कुछ करें’।
नई दिल्ली:

राकांपा और कांग्रेस के बीच गतिरोध बरकरार रहने के मद्देनजर सोनिया गांधी को सोमवार को राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल से यह कहते सुना गया कि संकट समाप्त करने के लिए वह ‘कुछ करें’।

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को विदाई देने के लिए आयोजित समारोह के बाद हुई चाय पार्टी में सोनिया की टिप्पणी के बीच में ही विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज की ओर से भी तत्काल प्रतिक्रिया आई। उन्होंने मजाकिया लहजे में पटेल से मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘कुछ भी मत कीजिए।’’ नेता विपक्ष की इस प्रतिक्रिया पर पटेल को कुछ बोलते नहीं बना।

बाद में जब संवाददाताओं ने सोनिया से पूछा कि गतिरोध बरकरार रहने के मद्देनजर राकांपा के लिए उनकी ओर से क्या संदेश था तो कांग्रेस अध्यक्ष ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने अपना हाथ हिलाते हुए केवल इतना कहा, ‘‘कोई संदेश नहीं है, कोई संदेश नहीं है।’’ इस दौरान कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी भी सोनिया के साथ थे।

सांसदों की ओर से राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के लिए आयोजित विदाई समारोह के दौरान संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में राकांपा अध्यक्ष और कृषि मंत्री शरद पवार भी मौजूद थे, लेकिन वह उसके बाद लॉन में हुई चाय पार्टी में शामिल नहीं हुए।

भाषण के दौरान पवार अगली कतार में रक्षा मंत्री ए के एंटनी और गृह मंत्री पी चिदंबरम के साथ बैठे थे। लेकिन जैसे ही कार्यक्रम समाप्त हुआ, पवार कुछ सांसदों के साथ थोडी बहुत बातचीत करने के बाद संसद भवन से रवाना हो गये।

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चाय पार्टी में सोनिया और सुषमा को अधिकतर समय एक दूसरे के साथ देखा गया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली भी इस दौरान मौजूद थे।