कोरोना के मरीजों को अस्पताल में दाखिले को लेकर नेशनल पॉलिसी में बदलाव किया गया है. अब तक एडमिट होने के लिए कोविड पॉजिटीव रिपोर्ट अनिवार्य़ होती थी. नए बदलाव के तहत अब रिपोर्ट की जरुरत नहीं होगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिया है. जिसके अनुसार 3 दिनों के भीतर नई नीति को अमल में लाएं. इस नीति के तहत ऐसे संदिग्ध मरीजों को सस्पेक्टेड वार्ड में दाखिला मिल सकेगा. इसमें कोविड केयर सेंटर, पूर्ण समर्पित कोविड केयर सेंटर और कोविड अस्पताल शामिल हैं. साथ ही नई पॉलिसी में यह भी साफ किया गया है कि मरीजों को इस आधार पर इनकार नहीं किया जा सकता को वह किस राज्य से हैं. किसी भी मरीज को कहीं भी दाखिला मुमकिन होगा.
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Union Health Ministry revises national policy for admission of COVID patients to COVID facilities; requirement of a positive test for COVID-19 virus is not mandatory for admission to a COVID health facility pic.twitter.com/odbcXo8iI4
— ANI (@ANI) May 8, 2021
आदेश के अनुसार कोविड रिपोर्ट का पॉजिटिव होना जरूरी नहीं, लक्षणों वाले संदिग्ध मरीजों को भी अस्पताल में रखा जा सकेगा. इस बदलाव से इलाज के लिए भटकते मरीज के परिजनों का खासी राहत मिलेगी. दरअसल कई अस्पताल कोविड रिपोर्ट निगेटिव होने के चलते अस्पताल में मरीज का दाखिला लेने से इनकार कर देते हैं तो वहीं कुछ मरीजों को इस लिए दाखिला नहीं मिलता है क्योंकि उनके मरीज में कोविड के लक्षण दिखाई दे रहे हैं.
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बताते चलें कि अब तक कोविड वार्ड में उन्हें ही दाखिला मिलता था जिनके पास RT PCR पॉजिटिव रिपोर्ट होती थी. पिछले कुछ दिनों से संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ कई राज्यों में आरटीपीसीआर रिपोर्ट मिलने में अधिक समय लगने लगा है, ऐसे में मरीज को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता था.अब बदलाव के बाद समय रहते इलाज शुरू हो सकेगा.
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