फाइल फोटो
नई दिल्ली:
जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के करीब पुंछ शहर में रविवार सुबह से आतंकियों के खिलाफ जारी मुठभेड़ मंगलवार शाम को खत्म हो गई.
हलांकि सोमवार रात से ही आतंकियों की ओर से गोलीबारी नहीं की जा रही थी, लेकिन सुरक्षाबलों ने सचिवालय की नई इमारत में डेरा जमाये आतंकियों के खिलाफ अंतिम अभियान तब तक नहीं शुरू किया जब तक उन्हें पक्का यकीन नहीं हो गया कि अब आतंकियों के जीवित बचे होने की संभावना ना के बराबर है. तीन दिनों में कुल चार आतंकी ढेर किए जा चुके हैं. फिलहाल इमारत में तलाशी अभियान चल रहा था.
पुंछ के अल्लाहपीर इलाके में रविवार को सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर और एक नागरिक घायल हुए थे, जबकि एक पुलिस सब इंसपेक्टर शहीद हुआ था. कहा जा रहा है कि पुंछ में ये आतंकी 10 सितंबर को सीमापार से शनिवार को दाखिल हुए थे. बताया जाता है कि आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के हैं और इन आतंकियों का मकसद ईद से पहले घाटी में दहशत का माहौल बनाना था.
हलांकि सोमवार रात से ही आतंकियों की ओर से गोलीबारी नहीं की जा रही थी, लेकिन सुरक्षाबलों ने सचिवालय की नई इमारत में डेरा जमाये आतंकियों के खिलाफ अंतिम अभियान तब तक नहीं शुरू किया जब तक उन्हें पक्का यकीन नहीं हो गया कि अब आतंकियों के जीवित बचे होने की संभावना ना के बराबर है. तीन दिनों में कुल चार आतंकी ढेर किए जा चुके हैं. फिलहाल इमारत में तलाशी अभियान चल रहा था.
पुंछ के अल्लाहपीर इलाके में रविवार को सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर और एक नागरिक घायल हुए थे, जबकि एक पुलिस सब इंसपेक्टर शहीद हुआ था. कहा जा रहा है कि पुंछ में ये आतंकी 10 सितंबर को सीमापार से शनिवार को दाखिल हुए थे. बताया जाता है कि आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के हैं और इन आतंकियों का मकसद ईद से पहले घाटी में दहशत का माहौल बनाना था.
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