जम्मू-कश्मीर के एक गांव में कुछ पुलिसकर्मी द्वारा दुकानों और घरों में तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है. पिछले हफ्ते शुक्रवार को एक पुलिस अधिकारी नमाज रूकवाने के दौरान घायल हो गए थे, जिसके पुलिस वालों ने दुकानों को नुकसान पहुंचाया. पुलिसकर्मी दुकान और घरों में तोड़फोड़ करते हुए कैमरे में कैद हुए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ग्रामीणों द्वारा उत्पीड़न एवं तोड़फोड़ का आरोप लगाए जाने के बीच बड़गाम पुलिस से इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है.
नसरुल्लाहपुरा पंचायत के सरपंच गुलाम मोहम्मद डार ने कहा, "पुलिस की ओर से की गई हालिया छापेमारी में बहुत से लोगों को निशाना बगाया है. कुछ लोगों ने एक वरिष्ठ अधिकारी हमले किया था, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद पुलिसवालों द्वारा यह तोड़फोड़ की गई."
डार ने बताया, "बड़गाम के डीएसपी पर शुक्रवार की नमाज रोकने की कोशिश करने पर कुछ लोगों ने हमला किया था. वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. शुक्रवार को दोपहर तीन बजे पुलिसकर्मी अन्य सुरक्षा बलों के जवानों के साथ करीब 40 ट्रकों में भरकर आए. उन्होंने घरों और दुकानों पर धावा बोल दिया."
उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने भी पुलिस अधिकारी पर हमला किया है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए. लेकिन देखिए कैसे पुलिस ने निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. आप नुकसान को देख सकते हैं."
स्थानीय लोगों के मुताबिक, कुछ लोगों का आरोप है कि उनके घर से कीमती चीजों और दुकानों से सामान लूट गया है. दर्जनों दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की गई है और वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया.
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि बड़गाम पुलिस से रिपोर्ट मांगी गई है. उन्होंने कहा कि मैंने कथित तोड़फोड़ का वीडियो देखा है. मैंने बड़गाम के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट तलब की है.
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