पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को गुप्त सैन्य सूचनाएं देने के आरोप में पंजाब के फरीदकोट से एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि उसके पास से ऐसे दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जो अपराध की ओर संकेत करते हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने NDTV को बताया कि मोगा जिले का निवासी सुखविंदर सिंह सिद्धू पिछले कुछ समय से फरीदकोट में रह रहा था. वह कई साल पहले एक यात्रा के दौरान कथित तौर पर पड़ोसी देश के एजेंटों के संपर्क में आया था.
अधिकारी यदविंदर सिंह ने कहा, "सुखविंदर गुरु नानक की जयंती मनाने के लिए नवंबर 2015 में तीर्थयात्रा पर पाकिस्तान गया था. इसके बाद वह तीन पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में आया जिन्हें उसने वाट्सएप के जरिए गुप्त सैन्य जानकारी भेजना शुरू किया." उन्होंने बताया कि आरोपी को राज्य पुलिस के खुफिया विभाग द्वारा सेना के पास के इलाके से गिरफ्तार किया गया है.
सैन्य प्रतिष्ठानों की जासूसी करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की श्रृंखला में ये सबसे नया मामला है. इससे पहले मार्च में राजस्थान पुलिस ने इसी तरह के आरोप में 42 वर्षीय एक व्यक्ति को दिल्ली से गिरफ्तार किया था. पुलिस के अनुसार आरोपी मोहम्मद परवेज नकली पहचान का उपयोग करते हुए भारती सैनिकों को हनी ट्रैप का शिकार बनाता था. इसके बाद सेना की गोपनीय और रणनीतिक जानकारियां लेकर उसे आईएसआई को भेज देता था. पूछताछ के दौरान उसने कथित तौर पर आईएसआई संचालकों के संपर्क में रहने के लिए पिछले 18 सालों में 17 बार पाकिस्तान की यात्रा की बात कबूल की थी.
WhatsApp के जरिये सूचना लीक करने के आरोप में वायुसेना का एक अधिकारी हिरासत में लिया गया
कुछ दिनों बाद एक 36 वर्षीय व्यक्ति को जासूसी के संदेह पर राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास से हिरासत में लिया गया था. पुलिस के मुताबिक ये आरोपी नवाब खान भी पाकिस्तान की यात्रा के दौरान ISI एजेंटों के संपर्क में आया था.
ISI की 'अनिका चोपड़ा' से चैटिंग कर सूचनाएं लीक करता था जवान, हनी ट्रैप के आरोप में गिरफ्तार
बता दें इस महीने के शुरुआत में ही सेना के खुफिया विभाग ने एक संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंट को लेकर एक एडवाइजरी जारी की थी. इसमें कहा गया था कि दु्श्मन के संदिग्ध जासूस सेना के अधिकारियों और स्पेशल फोर्सेस के जवानों को हनी ट्रैप का निशाना बना रहे हैं. सैन्य खुफिया निदेशालय की इस एडवाइजरी में संदिग्ध जासूस की तस्वीर के साथ इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल 'ओएसोम्या' का हवाला दिया गया था.