पराली जलाये जाने की घटनाओं में बढ़ोतरी और हवा की दिशा बदलकर पश्चिमोत्तर होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक गिरकर ‘बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया. सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी और पूर्वानुमान सेवा ‘सफर' ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को ‘गंभीर' होने की आशंका है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार शाम चार बजे 321 दर्ज किया जो शनिवार के 283 से अधिक है.
क्या दिल्ली में वायु प्रदूषण में आ गई है 25% की कमी? ग्रीनपीस ने केजरीवाल सरकार का दावा खारिज किया
दिल्ली में 37 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों में से अधिकतर ने वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब' दर्ज की. दिल्ली के पास स्थित ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और नोएडा में भी प्रदूषण स्तर बढ़ा हुआ है. ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 347, गाजियाबाद का 374 और नोएडा का 353 दर्ज किया गया.
PM मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रदूषण के खिलाफ अनूठा प्रदर्शन, भगवान शंकर को पहनाया मास्क
इस बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री कैलाश गहलोत ने एक बार फिर पड़ोसी राज्यों से पराली जलाये जाने पर तत्काल रोक लगाने और किसानों को पराली प्रबंधन के लिए मशीनें आवंटित करने में तेजी लाने का एक बार फिर आग्रह किया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं