बाघों के संरक्षण में शिकारी बने हुए हैं खतरा : हर्षवर्धन

29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व भर में जंगली बाघों के निवास के संरक्षण, विस्तार तथा उनकी स्थिति के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है.

बाघों के संरक्षण में शिकारी बने हुए हैं खतरा : हर्षवर्धन

भारत में इस समय बाघों की आबादी सिर्फ 2,226 है

नई दिल्ली:

पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि भारत देश में बाघों के संरक्षण के लिए शिकारियों से लड़ रहा है हालांकि उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि सामूहिक प्रयासों से अगले पांच साल में बाघों की संख्या दोगुनी हो जाएगी. भारत के 17 राज्यों में दुनिया भर में बाघों की आबादी का 70 प्रतिशत हिस्सा आवास करता है और देश भर में 50 अभयारण्य है.

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हर्षवर्धन ने कहा कि हम अब भी शिकारियों के खिलाफ युद्धस्तर पर लड़ रहे हैं. शिकारी हमारी सारी तकनीकों को बेकार रहे हैं. उन्होंने हमारी प्रणाली को पराजित करने के लिए तकनीकें विकसित की हैं. यह एक बड़ी लड़ाई है. मंत्री ने विश्व बाघ दिवस के मौके पर कहा कि एक सदी पहले हमारे पास एक लाख से ज्यादा बाघ थे और अब सिर्फ 2,226 हैं. 

बता दें कि 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस  मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व भर में जंगली बाघों के निवास के संरक्षण, विस्तार तथा उनकी स्थिति के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है.

VIDEO: बाघ बचाओ : कैसे काम करती है टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स  

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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