संसद के मानसून सत्र से पहले लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी.
नई दिल्ली:
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले आज (रविवार) एक सर्वदलीय बैठक बुलाई. ये बैठक संसद की कमिटी रूम में हुई. सुमित्रा महाजन ने मानसून सत्र से पहले होने वाले बैठक में सभी राजनीतिक दलों से लोकसभा के कामकाज के ठीक से संचालन में सहयोग देने का आग्रह किया. बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी दलों से राष्ट्रपति चुनाव में भागीदारी की अपील की. अनंत कुमार ने कहा कि बैठक में पीएम मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा ठीक नहीं है. कानून हाथ में लेने का हक किसी को नहीं है. गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा और राजनीति ठीक नहीं है. पीएम ने ये भी कहा कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
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पीएम ने बैठक में जीएसटी के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी. साथ ही सभी दलों से अपील की कि वे मानसून सत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करें.
सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने नौ को संसद के दोनों सदनों में अगस्त क्रांति के 75 साल पर चर्चा कराने की बात कही. GST को लेकर सभी पार्टीयों को बधाई दी। कोऑपरेटिव federalism का बेस्ट example बताया। इसके क्रियान्वयन में सबसे सहयोग की अपील की. पीएम ने कहा कि बजट पहले करने से 30 फीसदी का खर्च में इज़ाफ़ा हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण राजनीतिक दलों की साख पर सवाल खड़े होते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे खड़े होने के सबसे अपील की। भ्रष्टाचार में घिरे नेताओं को बचाने की कोशिश ना हो. चीन और कश्मीर पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ब्रीफ किया है। सभी राजनीतिक दलों ने कहा है कि हम सरकार के साथ हैं
हम सदन में हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं.
बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, मुख्तार अब्बास नकवी, एस एस अहलूवालिया, अपना दल अनुप्रिया पटेल, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अकाली दल के गुजराल, बीजेडी से भृतहरि महताब, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, लोजपा नेता चिराग पासवान, एनसीपी नेता शरद पवार, सपा नेता मुलायम सिंह, नरेश अग्रवाल, सीपीआई के डी राजा शामिल हुए. आरजेडी से जेपी यादव, आरपीआई रामदास अठावले, उपेंद्र कुशवाहा, एनसी से फारूख अब्दुल्ला, जेडीएस से देवेगौड़ा के अलावा अन्य दलों के नेता शामिल हुए.
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बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नवी आज़ाद ने कहा कि ऑल पार्टी मीटिंग सरकार द्वारा बुलाई गई. ऑल पार्टी मीटिंग में हमने कुछ मांग की है. कश्मीर पर सदन में चर्चा के दौरान पाकिस्तान के साथ चीन का भी जिक्र और चर्चा होना चाहिए.आंतरिक सुरक्षा पर कश्मीर पर जो हालात खराब हुए हैं उसमें सरकार ने बातचीत के सारे दरवाजे बंद कर दिए हैं.
आजाद ने कहा कि सरकार एलिमिनेशन की पॉलिसी पर चल रही है. उस पर हमलोग साथ नहीं है. गौ रक्षा के नाम पर लोग मारे जा रहे है. महिलाओं की सुरक्षा एक मुद्दा है. मध्यप्रदेश समेत देश भर में किसानों के हालत पर चर्चा होगी. गुजरात समेत देशभर में टेक्सटाइल वर्करों की जीएसटी के कारण हालात खराब है. देश भर में बाढ़ पर चर्चा होगी और दार्जलिंग के हालातों पर भी. इन सभी मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए.
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पीएम ने बैठक में जीएसटी के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी. साथ ही सभी दलों से अपील की कि वे मानसून सत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करें.
सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने नौ को संसद के दोनों सदनों में अगस्त क्रांति के 75 साल पर चर्चा कराने की बात कही. GST को लेकर सभी पार्टीयों को बधाई दी। कोऑपरेटिव federalism का बेस्ट example बताया। इसके क्रियान्वयन में सबसे सहयोग की अपील की. पीएम ने कहा कि बजट पहले करने से 30 फीसदी का खर्च में इज़ाफ़ा हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण राजनीतिक दलों की साख पर सवाल खड़े होते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे खड़े होने के सबसे अपील की। भ्रष्टाचार में घिरे नेताओं को बचाने की कोशिश ना हो. चीन और कश्मीर पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ब्रीफ किया है। सभी राजनीतिक दलों ने कहा है कि हम सरकार के साथ हैं
हम सदन में हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं.
बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, मुख्तार अब्बास नकवी, एस एस अहलूवालिया, अपना दल अनुप्रिया पटेल, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अकाली दल के गुजराल, बीजेडी से भृतहरि महताब, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, लोजपा नेता चिराग पासवान, एनसीपी नेता शरद पवार, सपा नेता मुलायम सिंह, नरेश अग्रवाल, सीपीआई के डी राजा शामिल हुए. आरजेडी से जेपी यादव, आरपीआई रामदास अठावले, उपेंद्र कुशवाहा, एनसी से फारूख अब्दुल्ला, जेडीएस से देवेगौड़ा के अलावा अन्य दलों के नेता शामिल हुए.
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बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नवी आज़ाद ने कहा कि ऑल पार्टी मीटिंग सरकार द्वारा बुलाई गई. ऑल पार्टी मीटिंग में हमने कुछ मांग की है. कश्मीर पर सदन में चर्चा के दौरान पाकिस्तान के साथ चीन का भी जिक्र और चर्चा होना चाहिए.आंतरिक सुरक्षा पर कश्मीर पर जो हालात खराब हुए हैं उसमें सरकार ने बातचीत के सारे दरवाजे बंद कर दिए हैं.
आजाद ने कहा कि सरकार एलिमिनेशन की पॉलिसी पर चल रही है. उस पर हमलोग साथ नहीं है. गौ रक्षा के नाम पर लोग मारे जा रहे है. महिलाओं की सुरक्षा एक मुद्दा है. मध्यप्रदेश समेत देश भर में किसानों के हालत पर चर्चा होगी. गुजरात समेत देशभर में टेक्सटाइल वर्करों की जीएसटी के कारण हालात खराब है. देश भर में बाढ़ पर चर्चा होगी और दार्जलिंग के हालातों पर भी. इन सभी मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए.
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