संविधान दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में कार्यक्रम को संबोधित करते पीएम मोदी.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम ने कहा कि समय के साथ हमारे संविधान ने हर परीक्षा को पास किया है. पीएम मोदी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कहा कि हमारे संविधान ने लोगों की हर उस आशंकाओं को खारिज किया है जो कहते थे कि समय के साथ-साथ जो चुनौतिया आएंगी उसका हमारा संविधान समाधान नहीं कर पाएगा. पीएम ने कहा कि आज संविधान के निर्माताओं को नमन करने का दिन है. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान जितना जवाबदेह है उतना सक्षम भी है.
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पीएम मोदी ने कहा कि संविधान का हर शब्द पवित्र है. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि संविधान ने हर परिस्थिति में देश को एकजुट रखने की ताकत है. उन्होंने कहा कि संविधान ने एक अभिभावक की तरह हमें सही रास्ते पर चलना सिखाया है. पीएम ने कहा कि हमारा संविधान जितना जीवंत उतना ही संवेदनशील है. पीएम ने कहा कि क्या एक परिवार के सदस्य के तौर पर हम उन मर्यादाओं का पालन कर रहे हैं जिसकी उम्मीद हमारा अभिभावक और हमारा संविधान हमसे करता है.
VIDEO : हमारा संविधान जितना जवाबदेह है उतना सक्षम भी : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि 'सोच भी आत्मविश्वास से भरी होनी चाहिए. हम रहें या ना रहें लेकिन देश तो रहने वाला है. हम रहें या ना रहें लेकिन जो व्यवस्था हम देश को देकर जाएंगे वो सुरक्षित, स्वाभीमानी और स्वावलंबी भारत की व्यवस्था होनी चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे नौजवान देश है. इस नौजवान ऊर्जा को दिशा देने के लिए देश की हर संवैधानिक संस्था को मिलकर काम करने की आवश्यकता है. 21वीं सदी में भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए और न्यू इंडिया बनाने के लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा. हमें साथ मिलकर काम करने और एक दूसरे को मजबूत करने का संकल्प लेना होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विज्ञान भवन में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा भी मौजूद थे.
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पीएम मोदी ने कहा कि संविधान का हर शब्द पवित्र है. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि संविधान ने हर परिस्थिति में देश को एकजुट रखने की ताकत है. उन्होंने कहा कि संविधान ने एक अभिभावक की तरह हमें सही रास्ते पर चलना सिखाया है. पीएम ने कहा कि हमारा संविधान जितना जीवंत उतना ही संवेदनशील है. पीएम ने कहा कि क्या एक परिवार के सदस्य के तौर पर हम उन मर्यादाओं का पालन कर रहे हैं जिसकी उम्मीद हमारा अभिभावक और हमारा संविधान हमसे करता है.
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पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि 'सोच भी आत्मविश्वास से भरी होनी चाहिए. हम रहें या ना रहें लेकिन देश तो रहने वाला है. हम रहें या ना रहें लेकिन जो व्यवस्था हम देश को देकर जाएंगे वो सुरक्षित, स्वाभीमानी और स्वावलंबी भारत की व्यवस्था होनी चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे नौजवान देश है. इस नौजवान ऊर्जा को दिशा देने के लिए देश की हर संवैधानिक संस्था को मिलकर काम करने की आवश्यकता है. 21वीं सदी में भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए और न्यू इंडिया बनाने के लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा. हमें साथ मिलकर काम करने और एक दूसरे को मजबूत करने का संकल्प लेना होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विज्ञान भवन में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा भी मौजूद थे.