भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी नाराज़ हैं खुद को उपेक्षित महसूस कर रही हैं.
भोपाल: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ऐतिहासिक जीत के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने पीएम मोदी (PM Modi) को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए 8000 मेहमानों को न्योता दिया गया था. वहीं शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए पश्चिम बंगाल से उन 54 कार्यकर्ताओं के परिजन भी दिल्ली आए थे, जिनकी हत्या पिछले कुछ सालों में राजनीतिक हिंसा के दौरान की गई है. हालांकि पार्टी छत्तीसगढ़ में अपने विधायक भीमा मंडावी के परिजनों को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाना शायद भूल गई, जिससे भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी नाराज़ हैं खुद को उपेक्षित महसूस कर रही हैं.
दंतेवाड़ा स्थित अपने घर में मीडिया से बात करते हुए ओजस्वी मंडावी ने कहा कि बंगाल के कार्यकर्ताओं की जो शहादत हुई है उनके परिजनों को बुलाया गया है. उनसे जब पूछा गया कि क्या उन्हें बुलाया गया तो उन्होंने कहा कि किसी ने उन्हें नहीं बुलाया. मेरे पति ने जो शहादत दी, समर्पण दिया तो कहीं ना कहीं दुखा हुआ है. ओजस्वी ने ये भी कहा कि इसतरह उपेक्षा से उन्हें दुख हुआ है. आपको बता दें कि ओजस्वी के पति और दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी और पांच पुलिसकर्मियों की लोकसभा चुनाव के मतदान से दो दिन पहले 9 अप्रैल को नक्सलियों ने श्यामगिरी के नज़दीक आईईडी ब्लास्ट कर हत्या कर दी थी.
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