प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मुख्यमंत्रियों के साथ बेहद अहम बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में हाल ही में खत्म किए गए योजना आयोग की जगह एक नई संस्था के ढांचे के बारे में चर्चा की जा रही है।
प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की होने वाली मुलाकात में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शामिल नहीं हुए।
माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में जारी बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस की लड़ाई के चलते ममता इस बैठक में नहीं आईं। उनकी जगह पश्चिम बंगाल के वित्तमंत्री अमित मित्रा इसमें शामिल हुए। वहीं उमर अबदुल्ला के न आने का कारण विधानसभा चुनाव की व्यस्तताओं को बताया जा रहा है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों से जानना चाहते हैं कि उनकी राय में नई संस्था का आकार और प्रणाली किस तरह की होनी चाहिए। कहा जा रहा है कि नई संस्था में 8 से 10 एग्ज़िक्यूटिव सदस्य हो सकते हैं, जिनमें से आधे सदस्य राज्यों का प्रतिनिधित्व करेंगे। बाकी सदस्यों में पर्यावरणविद, फाइनेंसियल एक्सपर्ट, वैज्ञानिक, इंजीनियर और विभिन्न क्षेत्रों के जाने-माने विद्वान शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार में आने के बाद योजना आयोग को खत्म कर दिया था। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सरकार राज्यों को सशक्त बनाने में विश्वास रखते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि बैठक के बाद जो भी फैसला किया जाएगा, उससे राज्य बेहतर स्थिति में होंगे।
एजेंडे के मुताबिक योजना सचिव सिंधुश्री खुल्लर उस नए संस्थान के काम-काज और रूपरेखा के बारे में प्रस्तुति देंगे जो आखिरकार मौजूदा योजना आयोग की जगह लेगा। माना जा रहा है कि नए संस्थान के कामकाज में निगरानी एवं आकलन, कार्यक्रम परियोजना और योजना आकलन, विभिन्न क्षेत्रों और अंतर-मंत्रालयीय विशेषज्ञता, मूल्यांकन और परियोजनाओं की निगरानी शामिल होगी।
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