भारतीय वायु सेना द्वारा पीओके में आतंकी ठिकानों को निस्तेनाबूद करने के बाद भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय पटल पर भी अलग-थलग करने की तैयारी कर ली. यही वजह है कि इस हमले के बाद भारत ने विभिन्न देशों के राजदूतों और राजनयिकों से मुलाकात का सिलसिला शुरू कर दिया है. इन सब के बीच पीएम मोदी ने इस हमले के बाद मंगलवार को पहले राजस्थान के चुरू में एक रैली को संबोधित किया. वहां उन्होंने इशारों ही इशारों में पाकिस्तान पर हमले की बात भी की. इसके बाद उन्होंने शाम में दिल्ली स्थित इस्कॉन मंदिर में एक कार्यक्रम में भी शिरकत की. इस्कॉन मंदिर तक का सफर उन्होंने मेट्रो से तय किया. इस दौरान वह मेट्रो से सफर कर रहे अन्य यात्रियों और खासकर बच्चों के साथ बातचीत करते देखे गए.
पीएम को अपने साथ देखकर लोगों ने उनके साथ फोटो खिंचवाना शुरू कर दिया. बाद में पीएम मोदी ने अपने फेसबुक एकाउंट पर एक वीडियो भी पोस्ट की जिसमें वह एक छोटे बच्चे के साथ बात करते हुए दिख रहे हैं. बता दें कि इस्कॉन टेंपल में पीएम मोदी ने एक विशाल भगवद्गीता का अनावरण किया. 670 पन्नों की इस पवित्र पुस्तक का वजन 800 किलोग्राम है. इस्कॉन के अनुसार इस पुस्तक का नाम ‘एस्टाउन्डिंग भगवद् गीता' दिया गया है. इसका आकार 2.8 मीटर गुणा 2 मीटर है. इसे ‘‘दुनिया की सबसे बड़ी पवित्र पुस्तक'' के रूप में प्रस्तुत किया गया है.
Travelled to the ISKCON temple and back via the Delhi Metro.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 26, 2019
Had delightful interactions with fellow passengers. pic.twitter.com/SFYo5LHCVo
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक सूत्र के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी आयोजन स्थल पर पहुंचने के लिये वायलेट लाइन पर खान मार्केट मेट्रो स्टेशन से एक ट्रेन में सवार हुए. सूत्र ने बताया कि वह नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन पर उतरे.डिब्बे के भीतर उन्होंने कुछ यात्रियों से बातचीत की और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं. इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) 400 से अधिक मंदिरों का एक विश्वव्यापी परिसंघ है जो 100 शाकाहारी रेस्त्रां और कई प्रकार की सामुदायिक सेवा परियोजनाएं भी चलाता है.
आयोजन स्थल के आस-पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं. यहां आम तौर पर काफी भीड-भाड़ रहती है. इस्कॉन ने बताया कि 18 अति सुंदर चित्रों और एक अभिनव सुंदर लेआउट के साथ पुस्तक इटली के मिलान में युपो सिंथेटिक पेपर पर मुद्रित की गई है ताकि इसे नहीं फाड़े जाने योग्य और जलरोधी बनाया जा सके. भगवद् गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है. यह महाकाव्य महाभारत का हिस्सा है और इसमें युद्ध के मैदान में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जन को दी गई शिक्षाएं शामिल हैं.
बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनकी कमर तोड़ दी है. भारतीय वायुसेना (indian air force) ने पीओके के आतंकी कैंप पर सोमवार देर रात (Air strike on Terrorist Camp) हवाई हमला किया और उसके सारे कैम्पों को तबाह कर दिया. सरकारी सूत्रों के अनुसार वायुसेना की इस बड़ी कार्रवाई में करीब 300 आतंकवादी मारे गए हैं और इसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर भी मारा गया है जो यह कैंप चला रहा था. भारतीय वायुसेना को इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने में 12 मिराज फाइटर जेट का सहारा लेना पड़ा. इतना ही नहीं, करीब 1000 किलो बम भी बरसाए गए. भारतीय वायुसेना के इस कार्रवाई का सभी राजनीतिक पार्टियों ने स्वागत किया है और सेना को बधाई दी है. हालांकि पाकिस्तान ने इस कार्रवाई के बाद एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें हालात को लेकर चर्चा की गई.
विदेश सचिव ने हमले की पुष्टि की
भारतीय वायुसेना द्वारा पीओके में स्थित आतंकी कैंपों पर हमले की खबरों की पुष्टि करते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने एक प्रेस वार्ता की. उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद भारत में फिर फिदायीन आतंकवादी हमलों की साज़िश रच रहा है, इसलिए उसे रोकने के लिए हमला करना ज़रूरी हो गया था. उन्होंने बताया, "बालाकोट का कैम्प जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा कैम्प था... इसे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर संचालित कर रहा था, जो मारा गया है... ऑपरेशन का निशाना खासतौर से आतंकी अड्डे को बनाया गया था, ताकि नागरिकों को नुकसान न हो..." उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकियों के खिलाफ था, न की कोई मीलिट्री ऑपरेशन.
हमले की खबरों के बीच बैठक
आतंकी कैंप पर हमले की खबरों के बीच प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह 9:30 बजे केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में PM व गृहमंत्री के अलावा विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, वित्तमंत्री अरुण जेटली तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवाल भी शामिल थे. इस बैठक में हमले के बाद के हालात को लेकर चर्चा की गई.
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