पीएम केयर्स (प्राइम मिनिस्टर सिटीजन असिस्टेंस एंड रिलीफ इन इमरजेंसी सिचुएशन) फंड ट्र्स्ट ने आज फैसला किया है कि तकरीबन 3100 करोड़ रुपए की राशि कोविड-19 के खिलाफ जंग के लिए दी जाएगी. 3100 करोड़ रुपए में से तकरीबन 2,000 करोड़ रुपए वेंटिलेटर की खरीद पर,1,000 करोड़ रुपये प्रवासी मजदूरों की राहत के लिए और 100 करोड़ रुपये कोरोनावायरस की वैक्सीन के विकास कार्य के लिए दिए जाएंगे. बता दें कि इस ट्रस्ट की स्थापना 27 मार्च 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी. रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री इसके सदस्य हैं. इस फंड की घोषणा करते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फंड में दान देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार जताया.
1) 50,000 वेंटीलेटर
कोविड-19 के खिलाफ जंग में भारत के मेड इन इंडिया 50 हजार वेंटिलेटर खरीदे जाएंगे. जिसके लिए कुल 2,000 करोड रुपए की राशि आवंटित की गई है. यह वेंटीलेटर सभी राज्यों के सरकारी अस्पतालों को मुहैया कराए जाएंगे.
2) प्रवासी मजदूरों को राहत
प्रवासी मजदूरों के लिए राहत की बात की जाए तो गरीबों और प्रवासी मजदूरों की भलाई के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कुल 1,000 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी. यह राशि राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के जिला कलेक्टर/निगम कमिश्नर को दी जाएगी. जिसकी मदद से गरीब और मजदूरों के लिए रहने की सुविधा, खाने की सुविधा, मेडिकल सुविधा और यातायात की सुविधा की व्यवस्था की जा सके. राज्य की आबादी, कोरोना मरीजों की संख्या और हर राज्य के हिस्से की राशि के अनुसार फंड आवंटित किया जाएगा. फंड सीधे तौर पर राज्य के आपदा राहत कमिश्नर द्वारा डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर/डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट/म्युनिशिपल कमिश्नर तक पहुंचाया जाएगा.
3) कोरोना की वैक्सीन के विकास पर
कोरोना के लिए वैक्सीन के विकास की बात की जाए तो अभी फिलहाल कोरोनावायरस वैक्सीन पर काम किया जा रहा है, तमाम अकादमिक जगत, स्टार्टअप और उद्योग जगत के लोग इस वैक्सीन के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं. वैक्सीन के डिजाइन और विकास के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है.
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