अरुण जेटली (फाइल फोटो)
पटना:
केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली ने पुरस्कार लौटाने वालों पर अपना हमला तेज करते हुए उन्हें ‘‘कट्टर भाजपा विरोधी तत्व’’ करार दिया और कहा कि वह अपनी इस बात पर कायम हैं कि उनका विरोध ‘बनावटी बगावत’ है। वित्त तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे जेटली ने यहां संवाददताओं से कहा, ‘‘पुरस्कार लौटाने वाले लोग अन्य माध्यमों से राजनीति कर रहे हैं।
उनके ट्वीट और विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर उनके रूख को देखिए। आप उनमें बहुत से कट्टर भाजपा विरोधी तत्व पाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसे पहले ही बनावटी बगावत कहा था।
मैं अपने उस वाक्यांश पर कायम हूं। मुझे लगता हैं कि जिस प्रकार से घटनाएं सामने आ रही है, उससे लगता है कि उस तरह का बनावटी काम तेज गति से चल रहा है।’’ उन्होंने लेखकों, फिल्म निर्माताओं एवं वैज्ञानिकों द्वारा पुरस्कार लौटाए जाने के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही।
जेटली ने यह भी दावा किया कि उनमें से कई पिछले आम चुनाव में नरेन्द्र मोदी के खिलाफ प्रचार करने वाराणसी गए थे। उन्होंने कहा कि वाम का दायरा सिकुड़ा है। उन्होंने दावा किया कि जो लोग पुरस्कार लौटा रहे हैं, वे एक प्रकार से बिहार चुनाव में भाजपा के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।
उनके ट्वीट और विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर उनके रूख को देखिए। आप उनमें बहुत से कट्टर भाजपा विरोधी तत्व पाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसे पहले ही बनावटी बगावत कहा था।
मैं अपने उस वाक्यांश पर कायम हूं। मुझे लगता हैं कि जिस प्रकार से घटनाएं सामने आ रही है, उससे लगता है कि उस तरह का बनावटी काम तेज गति से चल रहा है।’’ उन्होंने लेखकों, फिल्म निर्माताओं एवं वैज्ञानिकों द्वारा पुरस्कार लौटाए जाने के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही।
जेटली ने यह भी दावा किया कि उनमें से कई पिछले आम चुनाव में नरेन्द्र मोदी के खिलाफ प्रचार करने वाराणसी गए थे। उन्होंने कहा कि वाम का दायरा सिकुड़ा है। उन्होंने दावा किया कि जो लोग पुरस्कार लौटा रहे हैं, वे एक प्रकार से बिहार चुनाव में भाजपा के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।
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