लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के प्रथम चरण के तहत कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को 131 निकायों के विभिन्न पदों के लिए 17 जिलों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया। इस तरह महापौर, निकाय अध्यक्ष और पार्षद पदों के लिए मैदान में उतरे 14,506 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो गई।
सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, बदायूं, हाथरस, फिरोजाबाद, इटावा, फरुखाबाद, ललितपुर, हमीरपुर, फतेहपुर, छत्रपति शाहूजी महाराज नगर, वाराणसी, गोण्डा, बस्ती, देविरया और बलिया जिलों में सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम छह बजे समाप्त हुआ।
मतदान के लिए सभी 17 जिलों में कुल 2,359 मतदान केंद्र बनाए गए थे। करीब 66 लाख मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेना था।
राज्य के निर्वाचन आयुक्त एस.के.अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा कि पहले चरण में करीब 60 प्रतिशत मतदान हुआ है। सुबह मतदान की रफ्तार तेज थी, लेकिन दोपहर में मतदान की गति गर्मी के कारण थोड़ी धीमी देखी गई। अंतिम दो घंटों में मतदान में फिर से काफी तेजी नजर आई।
अग्रवाल ने कहा कि कुछ स्थानों पर छिटफुट हंगामे को छोड़ दिया जाय तो पूरी मतदान प्रक्रिया एकदम शांतिपूर्ण रही। कहीं से किसी हिंसा या अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। उन्होंने बताया कि मेरठ में फर्जी मतदान की शिकायतों के चलते चार बूथों और इटावा में मत पत्र फाड़ने की घटना सामने आने पर एक बूथ में दोबारा मतदान कराने का निर्णय लिया गया है जो 26 जून को होगा।
मतदान केंद्रों पर किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए भारी संख्या में स्थानीय पुलिस और होमगार्ड के अलावा प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की करीब 40 कम्पनियां तैनात की गई थीं।
पहले चरण के तहत लखनऊ में भी 24 जून को मतदान होना था, लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण यहां 23 जून को मतदान कराया गया। लखनऊ में करीब 59 प्रतिशत मतदान हुआ था।
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए चार चरणों में चार जुलाई तक मतदान हो रहा है। मतगणना सात जुलाई को होगी।
सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, बदायूं, हाथरस, फिरोजाबाद, इटावा, फरुखाबाद, ललितपुर, हमीरपुर, फतेहपुर, छत्रपति शाहूजी महाराज नगर, वाराणसी, गोण्डा, बस्ती, देविरया और बलिया जिलों में सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम छह बजे समाप्त हुआ।
मतदान के लिए सभी 17 जिलों में कुल 2,359 मतदान केंद्र बनाए गए थे। करीब 66 लाख मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेना था।
राज्य के निर्वाचन आयुक्त एस.के.अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा कि पहले चरण में करीब 60 प्रतिशत मतदान हुआ है। सुबह मतदान की रफ्तार तेज थी, लेकिन दोपहर में मतदान की गति गर्मी के कारण थोड़ी धीमी देखी गई। अंतिम दो घंटों में मतदान में फिर से काफी तेजी नजर आई।
अग्रवाल ने कहा कि कुछ स्थानों पर छिटफुट हंगामे को छोड़ दिया जाय तो पूरी मतदान प्रक्रिया एकदम शांतिपूर्ण रही। कहीं से किसी हिंसा या अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। उन्होंने बताया कि मेरठ में फर्जी मतदान की शिकायतों के चलते चार बूथों और इटावा में मत पत्र फाड़ने की घटना सामने आने पर एक बूथ में दोबारा मतदान कराने का निर्णय लिया गया है जो 26 जून को होगा।
मतदान केंद्रों पर किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए भारी संख्या में स्थानीय पुलिस और होमगार्ड के अलावा प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की करीब 40 कम्पनियां तैनात की गई थीं।
पहले चरण के तहत लखनऊ में भी 24 जून को मतदान होना था, लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण यहां 23 जून को मतदान कराया गया। लखनऊ में करीब 59 प्रतिशत मतदान हुआ था।
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए चार चरणों में चार जुलाई तक मतदान हो रहा है। मतगणना सात जुलाई को होगी।