पठानकोट/नई दिल्ली:
ऐसे में जब पंजाब में पठानकोट वायुसेना ठिकाने पर दो बचे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार दूसरे दिन भी जारी है, केंद्र सरकार ने कहा कि वह इसे लेकर अनिश्चित है कि क्या वहां और आतंकवादी छुपे हुए हैं।
केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि की ओर से यह टिप्पणी गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा ट्वीट करके यह कहने के एक दिन बाद आयी है कि पांच आतंकवादियों को मार गिराने के साथ ही अभियान पूरा हो गया है। सिंह ने बाद में अपना ट्वीट हटा लिया था।
महर्षि ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम इसको लेकर आश्वस्त हैं कि वहां कम से कम दो और आतंकवादी हैं क्योंकि दो अलग-अलग स्थानों से अभी भी गोलीबारी की जा रही है। लेकिन हम इसको लेकर आश्वस्त नहीं कि क्या कुछ और भी हैं। हमें अभियान के पूरा होने और शवों की गिनती के बाद ही आतंकवादियों की संख्या का पता चलेगा।’ उन्होंने कहा कि शनिवार को मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए थे जबकि वायुसेना ठिकाने में रविवार दोपहर दो जगह गोलीबारी फिर से शुरू हो गई।
गृह मंत्री के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर महर्षि ने कहा कि वह प्रामाणिक जानकारी दे रहे हैं और उन्हें ‘पता नहीं कि अन्य लोग क्या कह रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पंजाब के एक पुलिस अधीक्षक जिन्हें गत शुक्रवार को दो अन्य के साथ अपहृत कर लिया गया था और बाद में छोड़ दिया गया था, ने कहा है कि केवल चार ही आतंकवादी थे।
इस बीच पठानकोट एयरबेस में एनएसजी के एक लेफ़्टिनेंट कर्नल शहीद हो गए, जबकि एनएसजी के चार और अधिकारी घायल हो गए। बताया जा रहा है कि लेफ़्टिनेंट कर्नल निरंजन उस वक़्त शहीद हुए, जब मारे गए आतंकियों के शवों की जांच की जा रही थी। एक आतंकी के शव में IED लगा था, जिसमें विस्फोट से ये हादसा हुआ। इससे पहले ख़बर आई थी कि बम निष्क्रिय करते समय ये हादसा हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल के शहीद होने पर ट्वीट करते हुए दुख व्यक्त किया।
एयरबेस पर सघन तलाशी अभियान अभी जारी है। हेलीकॉप्टर की मदद से निगरानी की जा रही है। एनएसजी और सेना की टीम एयरबेस के अंदर है।
आतंकियों से AK-47, ग्रेनेड लॉन्चर, 52 एमएम के मोर्टार और जीपीएस लोकेटर्स बरामद
बताया जा रहा है कि आतंकी पठानकोट में भारत-पाक सीमा के पास घने जंगल और कुछ नाले को पार करते हुए एयरबेस में दाख़िल हुए। आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार थे। उनके पास से AK-47, ग्रेनेड लॉन्चर, 52 एमएम के मोर्टार और जीपीएस लोकेटर्स बरामद हुए हैं। आतंकियों के एयरबेस में एंट्री ड्रोन के ज़रिए डिटेक्ट हुई।
एयरफ़ोर्स की क्विक रेस्पॉन्स टीम के साथ हुई पहली मुठभेड़
एयरफ़ोर्स की क्विक रेस्पॉन्स टीम के साथ पहली मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी मार गिराया गया। दूसरा और तीसरा आतंकी दोपहर दो-तीन बजे के बीच मारा गया। चौथा आतंकी शाम चार बजे के बाद मार गिराया गया। शुरुआती गोलीबारी के दौरान ही एयरफ़ोर्स के गरुड़ कमांडो की मौत हो गई थी। ख़बर ये भी है कि आतंकियों ने पाकिस्तान से फोन कर कैब बुक कराई थी, लेकिन सवाल उठता है कि कैब बुक कराने में उनकी मदद किसने की।
पठानकोट एयरबेस, सैन्य सुविधाओं वाला बड़ा बेस
दरअसल, शनिवार तड़के तीन बजे आतंकियों ने एयरबेस पर हमला किया था। इस हमले में तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हुई है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि ये आंकड़ा तीन से ज़्यादा हो सकता है। पठानकोट एयरबेस, सैन्य सुविधाओं वाला बड़ा बेस है, जिससे रूस में निर्मित मिग-21 फाइटर जेट और एमआई-35 अटैक हेलीकॉप्टर उड़ान भरते हैं। इसे अभी भी सैनिटाइज किया जा रहा है।
केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि की ओर से यह टिप्पणी गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा ट्वीट करके यह कहने के एक दिन बाद आयी है कि पांच आतंकवादियों को मार गिराने के साथ ही अभियान पूरा हो गया है। सिंह ने बाद में अपना ट्वीट हटा लिया था।
महर्षि ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम इसको लेकर आश्वस्त हैं कि वहां कम से कम दो और आतंकवादी हैं क्योंकि दो अलग-अलग स्थानों से अभी भी गोलीबारी की जा रही है। लेकिन हम इसको लेकर आश्वस्त नहीं कि क्या कुछ और भी हैं। हमें अभियान के पूरा होने और शवों की गिनती के बाद ही आतंकवादियों की संख्या का पता चलेगा।’ उन्होंने कहा कि शनिवार को मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए थे जबकि वायुसेना ठिकाने में रविवार दोपहर दो जगह गोलीबारी फिर से शुरू हो गई।
गृह मंत्री के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर महर्षि ने कहा कि वह प्रामाणिक जानकारी दे रहे हैं और उन्हें ‘पता नहीं कि अन्य लोग क्या कह रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पंजाब के एक पुलिस अधीक्षक जिन्हें गत शुक्रवार को दो अन्य के साथ अपहृत कर लिया गया था और बाद में छोड़ दिया गया था, ने कहा है कि केवल चार ही आतंकवादी थे।
इस बीच पठानकोट एयरबेस में एनएसजी के एक लेफ़्टिनेंट कर्नल शहीद हो गए, जबकि एनएसजी के चार और अधिकारी घायल हो गए। बताया जा रहा है कि लेफ़्टिनेंट कर्नल निरंजन उस वक़्त शहीद हुए, जब मारे गए आतंकियों के शवों की जांच की जा रही थी। एक आतंकी के शव में IED लगा था, जिसमें विस्फोट से ये हादसा हुआ। इससे पहले ख़बर आई थी कि बम निष्क्रिय करते समय ये हादसा हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल के शहीद होने पर ट्वीट करते हुए दुख व्यक्त किया।
Pained to know about the demise of Lt. Col. Niranjan of NSG during mopping out operations at Pathankot. The nation salutes his sacrifice
— Rajnath Singh (@BJPRajnathSingh) January 3, 2016
एयरबेस पर सघन तलाशी अभियान अभी जारी है। हेलीकॉप्टर की मदद से निगरानी की जा रही है। एनएसजी और सेना की टीम एयरबेस के अंदर है।
आतंकियों से AK-47, ग्रेनेड लॉन्चर, 52 एमएम के मोर्टार और जीपीएस लोकेटर्स बरामद
बताया जा रहा है कि आतंकी पठानकोट में भारत-पाक सीमा के पास घने जंगल और कुछ नाले को पार करते हुए एयरबेस में दाख़िल हुए। आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार थे। उनके पास से AK-47, ग्रेनेड लॉन्चर, 52 एमएम के मोर्टार और जीपीएस लोकेटर्स बरामद हुए हैं। आतंकियों के एयरबेस में एंट्री ड्रोन के ज़रिए डिटेक्ट हुई।
एयरफ़ोर्स की क्विक रेस्पॉन्स टीम के साथ हुई पहली मुठभेड़
एयरफ़ोर्स की क्विक रेस्पॉन्स टीम के साथ पहली मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी मार गिराया गया। दूसरा और तीसरा आतंकी दोपहर दो-तीन बजे के बीच मारा गया। चौथा आतंकी शाम चार बजे के बाद मार गिराया गया। शुरुआती गोलीबारी के दौरान ही एयरफ़ोर्स के गरुड़ कमांडो की मौत हो गई थी। ख़बर ये भी है कि आतंकियों ने पाकिस्तान से फोन कर कैब बुक कराई थी, लेकिन सवाल उठता है कि कैब बुक कराने में उनकी मदद किसने की।
पठानकोट एयरबेस, सैन्य सुविधाओं वाला बड़ा बेस
दरअसल, शनिवार तड़के तीन बजे आतंकियों ने एयरबेस पर हमला किया था। इस हमले में तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हुई है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि ये आंकड़ा तीन से ज़्यादा हो सकता है। पठानकोट एयरबेस, सैन्य सुविधाओं वाला बड़ा बेस है, जिससे रूस में निर्मित मिग-21 फाइटर जेट और एमआई-35 अटैक हेलीकॉप्टर उड़ान भरते हैं। इसे अभी भी सैनिटाइज किया जा रहा है।
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