भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज संसद भवन एनेक्सी में संयुक्त रूप से संसद टीवी का शुभारंभ किया. केंद्रीय मन्त्रियों, संसदीय समितियों के अध्यक्ष राज्यसभा के उपसभापति, हरिवंश सहित इस अवसर पर कई संसद सदस्य तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे.
एक सशक्त भारत के निर्माण के लिए विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए , भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सभी हितधारकों के बीच बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया और विधायिकाओं में व्यवधानों को समाप्त करने का आवाहन किया . नायडू ने संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने, समान विकास और प्रत्येक नागरिक को सकारात्मक परिवर्तन का एजेंट बनने के लिए सशक्त बनाने और इस एजेंडा को पूरा करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया.
संसदीय लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका का उल्लेख करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि टेलीविजन, सोशल और डिजिटल मीडिया के अभूतपूर्व विस्तार ने 'फर्जी समाचार' और 'सनसनी' की चुनौती को जन्म दिया है और 'सत्य' को 'झूठ' से अलग करना एक चुनौती बन गया है. संसदीय लोकतंत्र और प्रबुद्ध नागरिकों के बीच महत्वपूर्ण संबंध की आवश्यकता पर बल देते हुए, नायडु ने मीडिया से नागरिकों के विकास और सशक्तिकरण के साधन के रूप में कार्य करने का आग्रह किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात की सराहना की कि तेजी से बदलते समय के साथ और विशेष रूप से 21वीं सदी में संवाद और संचार के माध्यम से आ रही क्रांति के परिप्रेक्ष्य में संसद से जुड़े चैनल में भी बदलाव आ रहे हैं . प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद टीवी का शुभारंभ भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया अध्याय है, क्योंकि संसद टीवी के रूप में देश को संचार और संवाद का एक ऐसा माध्यम मिल रहा है जो देश के लोकतंत्र और जनप्रतिनिधियों की नई आवाज बनेगा. प्रधानमंत्री ने दूरदर्शन के 62 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी. उन्होंने अभियंता दिवस के अवसर पर सभी इंजीनियरों को भी बधाई दी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब संसद का सत्र चल रहा होता है तो विविध विषयों पर बहस होती है, जिससे युवा बहुत कुछ सीख सकते हैं . संसद सदस्यों को संसद के भीतर बेहतर आचरण और बेहतर वाद-विवाद की प्रेरणा तब मिलती है जब देश उन्हें देखता है. उन्होंने नागरिकों के कर्तव्यों पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया और कहा कि मीडिया जागरूकता उत्पन्न करने के लिए एक प्रभावी माध्यम है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद टीवी देश का एकमात्र चैनल होगा जिसके माध्यम से नागरिकों को ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली तथा जनप्रतिनिधियों की भूमिका से परिचित कराने का कार्य होगा. उन्होंने विश्वाश व्यक्त किया कि संसद टीवी राजनीतिक और नीतिगत घटनाक्रमों पर सटीक जानकारी देगा और सामाजिक-आर्थिक परिवर्तनों को प्रामाणिक जानकारी के साथ प्रस्तुत करेगा.
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