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This Article is From Nov 16, 2016

संसद में नोटबंदी पर चर्चा : पीएम कहते हैं क्रेडिट कार्ड से खाना खाओ - येचुरी | भारत बंद जैसा माहौल है - मायावती

संसद में नोटबंदी पर चर्चा : पीएम कहते हैं क्रेडिट कार्ड से खाना खाओ - येचुरी | भारत बंद जैसा माहौल है - मायावती
  • किसान धोती में क्रेडिट कार्ड लेकर नहीं चलता : आनंद शर्मा
  • सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़ दी है
  • बीजेपी नेता की बेटी की शादी में 500 करोड़ का खर्चा कैसे
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नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है. लोकसभा में पहले दिन का सत्र  दिवंगत नेताओँ को श्रद्धांजलि देकर गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. लेकिन राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा जारी है. 

रोटी नहीं है तो केक खाएं : सीताराम येचुरी
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने नोटबंदी को लेकर कहा कि पीएम कहते हैं क्रेडिट कार्ड से खाना खाओ, वह किसका मजाक उड़ा रहे हैं. दिहाड़ी मजदूर पर इसका बहुत बुरा असर पड़ा है. हमारी 86% फीसदी नकदी का विमुद्रीकरण कर दिया गया और आज देश 14% नकद पर जिंदा हैं.

उन्होंने कहा, 'फ्रांसीसी क्रांति के समय मैरी एंटोनेट ने कहा था, अगर आपके पास रोटी नहीं तो केक खाएं. अब मोदी जी कहते हैं कि अगर आपके पास पेपर करेंसी नहीं, तो प्लास्टिक करेंसी से भुगतान करें.'

छोटी मछलियां मर रही हैं, मगरमच्छ मजे कर रहे हैं : येचुरी
असम में परसों उपचुनाव है, सो वहां के चाय बगानों के लिए सरकार ने छूट दी है, लेकिन बंगाल को क्यों नहीं, यह जांच का विषय है. उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में आपने सिनेमा टिकट खरीदने के लिए पुराने नोटों के इस्तेमाल की इजाजत दी, लेकिन खाने के लिए नहीं. आप खाना नहीं खऱीद सकते, टिकट खरीद सकते हैं. इस तरह की छूट को लेकर आपने कैसे फैसला लिया. यह नकली नोटों पर रोक लगाने का सही तरीका नहीं है. ये तो वही बात हो गई छोटी मछलियां मर रही हैं और मगरमच्छ मजे कर रहे हैं.
 


बिना तैयारी के लिए गया फैसला : मायावती
मायावती ने कहा कि नोटबंदी पर फैसला बिना तैयारी के लिए गया. पूरे देश में ऐसा महसूस हो रहा है जैसे आर्थिक इमरजेंसी लग गई हो. देश के कोने-कोने में चाहे शहर हो या देहात भारत बंद जैसा माहौल लग रहा है. लोग परेशान हैं, कई लोगों की मौत भी हुई है. अस्पतालों में भी लोगों का बुरा हाल है. किसानों के पास बीज खाद के पैसे नहीं है. लोगों को रोजमर्रा की चीजें खरीदने में दिक्कत आ रही है.

मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने 10 महीने तक गोपनीय तैयारी की थी तो ऐसा क्यों हुआ. यह दावा खोखला है, क्योंकि देशभर में त्राहि-त्राहि का माहौल है.
 


किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता : शर्मा
राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि हम कालाधन और आतंकवाद के खिलाफ हैं. सरकार ने नोटबंदी का निर्णय गलत समय लिया. इससे किसानों को और आम आदमी को बहुत दिक्कत हो रही है. यह फैसला बिना किसी तैयारी के लिया गया. किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता.सरकार देश में आर्थिक अराजकता फैला रही है. पैसा निकालने पर पाबंदी का हक आपको किसने दिया. हमारा पैसा रोकने का हक आपको किसने दिया?

बीजेपी नेता की बेटी में 500 करोड़ का खर्च कहां से : आनंद शर्मा
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़ दी है. एक तरफ किसान परेशान हैं और दूसरी ओर कर्नाटक में बीजेपी नेता की बेटी की 500 करोड़ रुपये की लागत वाली शादी हो रही है. 500 करोड़ कहां से आए. लोग अस्पतालों में, बेटी-बेटे की शादी, रोजमर्रा के खर्चे को लेकर परेशान हो रहे हैं.

पीएम मोदी की रैली का पेमेंट क्या क्रेडिट कार्ड से : आनंद
आनंद शर्मा ने सवाल किया कि पीएम की रैली का पेमेंट क्या क्रेडिट कार्ड से हो रहा है. जब टीवी खोलो पीएम मोदी दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की खबर महीनों पहले अखबार में कैसे छप गईं. पीएम ने गोपनीयता की बात कही थी कि अगर हम पहले बता देते तो आतंकी फायदा उठा लेते. लेकिन ये खबर कैसे छपी. आपने गोपनीयता नहीं रखी.
 

आनंद शर्मा का अर्थशास्त्र कमजोर : पीयूष गोयल
इस पर बीजेपी से सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि पूरा देश पीएम के फैसले का स्वागत कर रहा है. आनंद शर्मा का अर्थशास्त्र कमजोर है. पहली बार ईमानदारी को सम्मान और बेईमान को नुकसान हुआ है.

नोटबंदी की गोपनीयता से ही बेईमान तकलीफ में
आनंद शर्मा के सवाल का जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि नोटबंदी की गोपनीयता से ही बेईमान आज तकलीफ में हैं. लोग जानते हैं कि पीएम का यह कदम देशहित में है. लोग कुछ दिन का कष्ट सहने को तैयार हैं. प्रधानमंत्री को यह कड़ा फैसला लेने का अधिकार था.
 


अगर पैसे से चुनाव जीता जाता तो सत्ताधारी कभी नहीं हारते : रामगोपाल यादव
रामगोपाल यादव ने कहा कि अगर पैसे से चुनाव जीता जाता तो सत्ताधारी कभी नहीं हारते. इसलिए नोटबैन को चुनावों से जोड़ना गलत है. हां, लेकिन नोटबैन का फैसला सही समय पर नहीं लिया गया. फसलों की बुआई चल रही है, किसान खाद और बीज नहीं ले पा रहा. आलू बिक नहीं पा रहा. कोल्ड स्टोरेज में आलू सड़ रहे हैं. आपके इस कदम से घाटा हो गया. यही नहीं नोटबंदी से पहले ही 2000 के नोट ट्वीट किए गए. गोपनीयता टूटने से नोटबंदी की मंशा फेल हो गई है.

देशहित में चर्चा होनी चाहिए : पीएम मोदी
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद सत्र से पहले मीडिया के सामने कहा कि देशहित में चर्चा होनी चाहिए. सरकार की सोच और लोगों की समस्याओं पर इस सत्र में अच्छी डिबेट होगी. सरकार सभी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. सभी दलों का अच्छा योगदान होगा. सरकार की ओर से प्रस्तावित काम पर सभी दलों को साथ लेकर आगे चलने का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में जीएसटी पर भी सभी दलों ने साथ में काम किया. सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम किया जाएगा.

जेपीसी जांच की मांग : मायावती
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मीडिया से बात करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने नोटबंदी के मुद्दे पर साफ कहा कि उनकी पार्टी इस मामले में जेपीसी जांच की मांग करती है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने एक भी चंदा विदेश से नहीं लिया है और साथ यह भी कहा कि किसी बड़े उद्योगपति से भी उन्होंने कोई पैसा नहीं लिया है.
 

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