जयललिता के विश्वस्त और तमिलनाडु के वित्तमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को आज अन्नाद्रमुक प्रमुख के बाद तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। जयललिता को भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी करार दिया गया है और चार वर्ष कारावास की सजा सुनायी गई है।
इससे पहले भी साल 2001 में 63 वर्षीय पनीरसेल्वम को जयललिता ने अपने स्थानपन्न के रूप में इस पद के लिए चुना था। जयललिता को 66.65 करोड़ रुपये के आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार दिए जाने और सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद पन्नीरसेल्वम को सर्वसम्मति से अन्नाद्रमुक विधायक दल का नेता चुना गया।
'मिस्टर भरोसेमंद' के रूप में जाने जाने वाले पन्नीरसेल्वम प्रभावशाली मुदुकुलाथोर समुदाय से हैं और जयललिता के विश्वस्त माने जाते हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक राज्यपाल के रोसैया से मिलेंगे और इस निर्णय के बारे में उन्हें बताएगे।
समझा जाता है कि जयललिता की ओर से पन्नीरसेल्वम का नाम अदालत द्वारा कल फैसला सुनाये जाने के बाद ही बता दिया गया। बेंगलुरू जेल जाने से पहले उनकी अदालत में काफी देर बातचीत भी हुई।
साल 2001 में भी जयललिता ने पन्नीरसेल्वम को तब चुना था जब उच्चतम न्यायालय ने तांसी भूमि मामले में दोषी ठहराये जाने पर मुख्यमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया था। मृदुभाषी और सौम्य नेता माने जाने वाले पनीरसेल्वम छह महीने अंतरिम मुख्यमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं और तांसी भूमि मामले में जयललिता के बरी होने पर उन्होंने पद छोड़ दिया था।
पनीरसेल्वम कल से ही बेंगलूर में डेरा डाले हुए थे जब जयललिता आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में फैसले के संदर्भ में वहां गई थी। वह आज शहर लौट आए हैं ताकि उनके निर्देश के अनुरूप नई जिम्मेदारी संभाल सकें।
अपने चुनाव के कुछ देर बाद पन्नीरसेल्वम पार्टी के फैसले से राज्यपाल रोसैया को अवगत कराने के लिए राजभवन रवाना हो गए। उनके साथ आवास मंत्री आर वैथिलिंगम, बिजली मंत्री एन विश्वनाथन और राजमार्ग मंत्री ई पनालीसामी भी थे। मीडियाकर्मियों को राजभवन में प्रवेश नहीं दिया गया।
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