पंपोर में सीआरपीएफ की बस पर आतंकी हमले में 21 कर्मी घायल हो गए थे....
नई दिल्ली:
शनिवार को पंपोर में आतंकी हमले को लेकर उठते सवालों और जवाबों की झड़ी अभी शांत भी नहीं हुई है कि एक और विवाद सामने आ गया। दरअसल सीरआरपीएफ और आर्मी के बीच आतंकवादियों को मारने को लेकर तनातनी देखी गई। इसमें इस बात को लेकर विवाद होता दिखा कि पंपोर में उस रोज़ आतंकवादियों को किसने मारा? सीआरपीएफ ने या फिर आर्मी के जवानों ने? पूरा मामला क्रेडिट लेने के इर्द गिर्द सिमटा हुआ लग रहा है।
आर्मी का कहना है कि उसने दो आतंकियों को मार गिराया, जबकि सीआरपीएफ ने इस बात का विरोध किया और कहा कि 'श्रेय लेने के लिए किया गया दावा गलत' है। सीआरपीएफ कह रही है कि आर्मी के जवान मौके पर तब पहुंचे जब मुठभेड़ खत्म हो चुकी थी। सीआरपीएफ के मुताबिक, जवानों ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद मारे गए आतंकियों के साथ सेल्फी लेनी शुरू कर दी।
इसके तुरंत बाद सेना की उत्तरी कमांड की ओर से ट्वीट कर दिया गया : #JKOps आर्मी ने दो आतंकवादियों को मार गिराया जिन्होंने सीआरपीएफ की बस पर कश्मीर के पंपोर में हमला किया था। .....
इससे तिलमिलाए सीआरपीएफ कर्मी और अधिकारी कथित तौर पर मामला आर्मी के टॉप पदाधिकारियों तक ले गए। इसके बाद सेना की उत्तरी कमांड के ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से रिवाइज्ड मेसेज पोस्ट किया गया जिसमें कहा गया कि- पंपोर ऑपरेशन पर अपडेट. घायल सीआरपीएफ कर्मियों को हॉस्पिटल ले जाया गया। सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में दो आंतकवादी मारे गए।
इसके बाद और ज्यादा खुन्नस खाए हुए सीआरपीएफ अधिकारियों ने आर्मी और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया कि पंपोर में किसी प्रकार का कोई संयुक्त अभियान था ही नहीं। उन्होंने कहा कि आर्मी के जवान मुठभेड़ स्थल पर आए जब एनकाउंटर खत्म हो चुका था। उन लोगों ने आतंकवादियों के शवों के साथ सेल्फी लीं और आतंकियों के हथियार लेकर वापस चले गए।
इस ऑपरेशन से जुड़े हुए एक अधिकारी ने कहा- वे एक ऐसे ऑपरेशन के लिए क्रेडिट लेने का दावा कर रहे हैं जिसके बारे में उन्हें कुछ पता ही नहीं है। यहां बता दें कि शनिवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके पंपोर में सीआरपीएफ की बस पर दो आतंकवादियों ने हमला कर दिया था जिसके बाद दोनों ओर से चली मुठभेड में आठ आतंकवादियों की मौत हो गई थी जबकि 21 सीआरपीएफ कर्मी घायल हो गए थे।
आर्मी को वे वीडियो भी दिखाए गए जिसमें उनके जवान सेल्फी लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद झेंपते हुए से एक ट्वीट में सेना के उत्तरी कमांड ने ट्वीट किया : पंपोर ऑपरेशन पर अपडेट. आतंकवादियों से मुहंतोड़ जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ ने दो आतंकवादी मार गिराए।
सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल के दुर्गा प्रसाद से जब सोमवार को यह पूछा गया कि इस एनकाउंटर में आर्मी ने कोई भूमिका निभाई या नहीं, तो उन्होंने कहा- आर्मी की 51 आरआर (राष्ट्रीय राइफल्स) यूनिट उस वक्त घटनास्थल पर पहुंची जब घटना पूरी हो चुकी थी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आर्मी का कहना है कि उसने दो आतंकियों को मार गिराया, जबकि सीआरपीएफ ने इस बात का विरोध किया और कहा कि 'श्रेय लेने के लिए किया गया दावा गलत' है। सीआरपीएफ कह रही है कि आर्मी के जवान मौके पर तब पहुंचे जब मुठभेड़ खत्म हो चुकी थी। सीआरपीएफ के मुताबिक, जवानों ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद मारे गए आतंकियों के साथ सेल्फी लेनी शुरू कर दी।
इसके तुरंत बाद सेना की उत्तरी कमांड की ओर से ट्वीट कर दिया गया : #JKOps आर्मी ने दो आतंकवादियों को मार गिराया जिन्होंने सीआरपीएफ की बस पर कश्मीर के पंपोर में हमला किया था। .....
#JKOps Army kills two terrorists who fired upon CRPF convoy at Pampore, Kashmir Ops in prog. InjuredCRPF personnel being attended to @adgpi
— NorthernComd.IA (@NorthernComd_IA) June 25, 2016
इससे तिलमिलाए सीआरपीएफ कर्मी और अधिकारी कथित तौर पर मामला आर्मी के टॉप पदाधिकारियों तक ले गए। इसके बाद सेना की उत्तरी कमांड के ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से रिवाइज्ड मेसेज पोस्ट किया गया जिसमें कहा गया कि- पंपोर ऑपरेशन पर अपडेट. घायल सीआरपीएफ कर्मियों को हॉस्पिटल ले जाया गया। सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में दो आंतकवादी मारे गए।
#JKOps Update on Pampore ops. Injured CRPF personnel evacuated to hospital. Two terrorists killed in joint op by security forces @adgpi
— NorthernComd.IA (@NorthernComd_IA) June 25, 2016
इसके बाद और ज्यादा खुन्नस खाए हुए सीआरपीएफ अधिकारियों ने आर्मी और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया कि पंपोर में किसी प्रकार का कोई संयुक्त अभियान था ही नहीं। उन्होंने कहा कि आर्मी के जवान मुठभेड़ स्थल पर आए जब एनकाउंटर खत्म हो चुका था। उन लोगों ने आतंकवादियों के शवों के साथ सेल्फी लीं और आतंकियों के हथियार लेकर वापस चले गए।
इस ऑपरेशन से जुड़े हुए एक अधिकारी ने कहा- वे एक ऐसे ऑपरेशन के लिए क्रेडिट लेने का दावा कर रहे हैं जिसके बारे में उन्हें कुछ पता ही नहीं है। यहां बता दें कि शनिवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके पंपोर में सीआरपीएफ की बस पर दो आतंकवादियों ने हमला कर दिया था जिसके बाद दोनों ओर से चली मुठभेड में आठ आतंकवादियों की मौत हो गई थी जबकि 21 सीआरपीएफ कर्मी घायल हो गए थे।
आर्मी को वे वीडियो भी दिखाए गए जिसमें उनके जवान सेल्फी लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद झेंपते हुए से एक ट्वीट में सेना के उत्तरी कमांड ने ट्वीट किया : पंपोर ऑपरेशन पर अपडेट. आतंकवादियों से मुहंतोड़ जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ ने दो आतंकवादी मार गिराए।
#JKOps Update on Pampore Ops. Two terrorists killed by CRPF in retaliatory action. Earlier tweet stands corrected. @adgpi
— NorthernComd.IA (@NorthernComd_IA) June 25, 2016
सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल के दुर्गा प्रसाद से जब सोमवार को यह पूछा गया कि इस एनकाउंटर में आर्मी ने कोई भूमिका निभाई या नहीं, तो उन्होंने कहा- आर्मी की 51 आरआर (राष्ट्रीय राइफल्स) यूनिट उस वक्त घटनास्थल पर पहुंची जब घटना पूरी हो चुकी थी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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