पठानकोट हमले की फाइल फोटो।
नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान की पांच सदस्यीय जांच टीम को वीज़ा दे दिया है। टीम को सात दिन का वीज़ा दिया गया है जिसमें पठानकोट जाने का वीज़ा भी शामिल है। जैसा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नेपाल के पोखरा में 17 मार्च को ऐलान कर चुकीं हैं, यह टीम 27 मार्च की शाम को भारत पहुंचेगी और 28 मार्च की सुबह से जांच का काम शुरू करेगी।
इस टीम में शामिल अधिकारियों के नाम हैं-
- मोहम्मद ताहिर राय, एडिशनल इंस्पेक्टर जनरल, काउंटर टेरेरिज़्म डिपार्टमेंट, पंजाब
- मोहम्मद अज़ीम अरशद, डिप्टी डायरेक्टर जनरल, इंटिलिजेंस ब्यूरो
- लेफ्टिनेंट कर्नल तनवीर अहमद, रक्षा मंत्रालय (आईएसआई)
- लेफ्टिनेंट कर्नल इरफ़ान मिर्ज़ा, पाकिस्तान सेना, रक्षा मंत्रालय (मिलिटरी इंटेलजेंस)
- शाहिद तनवीर, इंस्पेक्टर, काउंटर टेरेरिज़्म डिपार्टमेंट, पंजाब पुलिस
टीम में आईएसआई के अधिकारी भी
इस टीम में ताहिर राय, तनवीर अहमद और इरफ़ान मिर्ज़ा ऐसे अधिकारी हैं जो पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की तरफ से बनाई गई एसआईटी में भी शामिल हैं। देखा जाए तो इसमें आईएसआई और मिलिटरी इंटेलिजेंस दोनों के अधिकारी शामिल हैं, लेकिन भारत सरकार ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई है क्योंकि जेआईटी में किसको रखे किसको न रखें यह पाकिस्तान सरकार का अपना फैसला है।
टेक्निकल एरिया में जाने की इजाजत नहीं
यह तय है कि यह टीम पठानकोट का दौरा करेगी। हालांकि मिल रही जानकारी के मुताबिक उन्हें एयरबेस के टेक्निकल एरिया में जाने की इजाजत नहीं होगी। इससे पहले अनाधिकारिक तौर पर जानकारी दी गई थी कि पाकिस्तानी जेआईटी को मौका ए वारदात पर जाने देने में भारतीय वायुसेना और गृह मंत्रालय को कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू और गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बयानों में विरोधाभास था। रिजिजू ने टीम को पठानकोट में हमले वाली जगह जाने देने की बात की थी जबकि राजनाथ सिंह ने समय आने पर फैसले की बात कही थी।