प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ सार्क (SAARC) देशों के एक साथ आने के आह्वान के एक दिन बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी इस खतरे से निपटने के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक दोनों मोर्चों पर समन्वित प्रयास करने की जरूरत पर बल दिया है. श्रीलंका और भूटान ने पीएम मोदी की इस पहल का स्वागत किया है. बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने कोरोना वायरस (COVID-19) को वैश्विक महामारी घोषित किया है. इसके अलावा, अमेरिका ने भी कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आपातकाल घोषित कर दिया है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने शनिवार सुबह ट्वीट में कहा, "कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर मिल-जुलकर प्रयास करने की जरूरत है. हम सूचित करते हैं कि स्वास्थ्य मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सार्क सदस्य देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हिस्सा लेने के लिए उपलब्ध रहेंगे."
The threat of #COVID-19 requires coordinated efforts at global and regional level. We have communicated that SAPM on Health will be available to participate in the video conference of #SAARC member countries on the issue.
— Spokesperson ???????? MoFA (@ForeignOfficePk) March 13, 2020
पाकिस्तानी प्रवक्ता ने इससे पहले कहा था कि पाकिस्तान अपने पड़ोसियों की मदद के लिए तैयार है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कोरोना वायरस के प्रकोष से निपटने के लिए आपातकाल बैठक कर चुके हैं.
I would like to propose that the leadership of SAARC nations chalk out a strong strategy to fight Coronavirus.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 13, 2020
We could discuss, via video conferencing, ways to keep our citizens healthy.
Together, we can set an example to the world, and contribute to a healthier planet.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बड़ा प्रस्ताव देते हुए दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) देशों से इस महामारी से निपटने के लिए चर्चा करने का आह्वान किया था. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, "मैं कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मजबूत रणनीति बनाने के लिए सार्क देशों के नेतृत्व से प्रस्ताव करता हूं. हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अपने नागरिकों को स्वस्थ रखने के लिए बातचीत करेंगे. हम एकजुट होकर दुनिया के सामने एक मिसाल पेश कर सकते हैं और इसे स्वस्थ रखने में योगदान दे सकते हैं."
This is what we call leadership. As members of this region, we must come together in such times. Smaller economies are hit harder, so we must coordinate. With your leadership, I have no doubt we will see immediate and impactful outcome. Looking forward to the video conference. https://t.co/2RnokAJQOs
— PM Bhutan (@PMBhutan) March 13, 2020
भारत, पाकिस्कतान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका सार्क के सदस्य देश हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में अब तक कोरोनावायरस के 83 मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा केरल में 19 मामले, जबकि महाराष्ट्र में 14 मामले सामने आए हैं.
Thank you for the great initiative Shri @narendramodi - #LKA is ready to join the discussion & share our learnings & best practices and to learn from other #SAARC members. Let's unite in solidarity during these trying times and keep our citizens safe. https://t.co/fAiT5w3O8D
— Gotabaya Rajapaksa (@GotabayaR) March 13, 2020
पीएम मोदी ने इस प्रस्ताव पर भूटान के प्रधानमंत्री सकारात्मक प्रतिक्रिया जताई हुए जवाब दिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, "इस क्षेत्र के सदस्य देशों होने के नाते ऐसे समय में हमें साथ आना चाहिए. छोटी अर्थव्यवस्थाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही हैं. मुझे कोई संदेह नहीं है कि आपके नेतृत्व में हम तत्काल और प्रभावी परिणाम देखेंगे. उनके अलावा, श्रीलंका के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की इस पहल का स्वागत किया है.
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