सैन्य चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट पद्धतियों को साझा करने और क्षमताओं के निर्माण के लिए नई दिल्ली में आयोजित किए गए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के सैन्य चिकित्सकों के दो दिवसीय सम्मेलन में हिस्सा लेने पाकिस्तान नहीं पहुंचा है. इस सम्मेलन में 27 देशों के प्रतिनिधि मंडल हिस्सा ले रहे हैं. लेकिन पाकिस्तानी प्रतिनिधि मंडल की तीन कुर्सियां खाली हैं. दिल्ली में मानेकशॉ सेंटर में हो रहे सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान को आमंत्रित किया गया था. सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ भी मौजूद हैं.
भारत के 2017 में एससीओ का सदस्य बनने के बाद एससीओ रक्षा सहयोग योजना, 2019-20 के तहत उसकी (भारत की) मेजबानी में यह पहला सैन्य सहयोग कार्यक्रम हो रहा है. रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया था, ‘शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों का पहला सैन्य चिकित्सा सम्मेलन 12-13 सितंबर को दिल्ली में होगा. बयान के अनुसार भारतीय सशस्त्र बल हेडक्वाटर्स इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (एचक्यूआईडीएस) के तत्वाधान में इस सम्मेलन का आयोजन करेगा जिसका लक्ष्य सैन्य चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट पद्धतियों को साझा करना, क्षमताओं का निर्माण करना और साझी चुनौतियों से पार पाना है.
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अधिकारियों ने मुताबिक इस सम्मेलन के दौरान भारतीय सशस्त्र बल त्वरित कार्रवाई चिकित्सा दल का भी प्रदर्शन करेगा एवं प्रतिनिधिमंडलों को आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल भी ले जाएगा.
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