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This Article is From Feb 19, 2021

पाक-अफगानिस्तान के ड्रग्स तस्करों ने बदला रूट, अफ्रीका के रास्ते हवाई मार्ग से बढ़ा धंधा

ड्रग्स तस्कर जमीनी सीमा और जलमार्ग की बजाय अब वे हवाई मार्ग से तस्करी कराने का दांव चल रहे हैं. अफगानिस्तान से पहले ड्रग्स अफ्रीका और फिर वहां से भारत लाया जा रहा है.

पाक-अफगानिस्तान के ड्रग्स तस्करों ने बदला रूट, अफ्रीका के रास्ते हवाई मार्ग से बढ़ा धंधा
Mumbai NCB ने ड्रग्स के नए रूट और तरीकों का किया भंडाफोड़
मुंबई:

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के ड्रग्स तस्करों ने भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी कराने के लिए अपना रुट बदल लिया है. जमीनी सीमा और जलमार्ग की बजाय अब वे हवाई मार्ग से तस्करी कराने का दांव चल रहे हैं. अफगानिस्तान से पहले ड्रग्स अफ्रीका और फिर वहां से भारत लाया जा रहा है.

सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस के बाद एक्शन में आई मुंबई NCB ने नशीले पदार्थों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को उजागर करना शुरू कर दिया है. एजेंसी के मुताबिक़, मुंबई एयरपोर्ट से पकड़ी गई एक विदेशी महिला ने हाल ही में हेरोइन तस्करी के नए रूट का खुलासा किया है. महिला के पास 3 किलोग्राम के करीब हेरोइन बरामद हुई है, जबकि इसके पहले कुछ ग्राम में ही पकड़ी जाती थी.

18 फरवरी की सुबह मुंबई एयरपोर्ट से पकड़ी गई इस विदेशी महिला के पास से तकरीबन 3 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई है. इसे इसने अपने ट्रॉली बैग में छिपा रखा था. बरामद हेरोइन की कीमत 9 करोड़ बताई जा रही है. हवाई रास्ते से इतनी बडी मात्रा में हेरोइन की तस्करी हैरान करने वाली है वो भी अफ्रीका से ? मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने कहा कि सामान्यता हेरोइन के मामले में जमीनी सीमा से  काफी केस बुक होते हैं. लमार्ग से भी काफी केस बुक हुए हैं. लेकिन हवाई मार्ग से अफ्रीका के जरिये तस्करी नया मोड़ है.

एनसीबी के मुताबिक, गिरफ्तार महिला अफ्रीका की रहने वाली है. उसके 2 बच्चे हैं और पति ने छोड़ दिया है. इसलिए पूरे घर की आर्थिक जिम्मेदारी इसी पर है.आसानी से पैसा कमाने के लालच में ये तस्करों के जाल में फंस गई. एनसीबी का दावा है कि हाल के दिनों में मुंबई से जुड़े कई ड्रग्स मॉड्यूल पकड़े जाने के बाद पाकिस्तानी और अफगानिस्तानी ड्रग्स तस्करों ने नया रूट और नया तरीका अपनाया है.

वानखेड़े का कहना है कि विदेशी यात्री ड्रग्स के साथ एयरपोर्ट पर पकड़े तो जाते हैं, लेकिन जांच में आगे कोई प्रगति नही होती है. मसलन मुंबई में किसे ड्रग्स देनी थी ? एनसीबी का कहना है कि नशे के सौदागर अपने और सौदा पाने वाले के बीच 5 से 7 लेयर रखते हैं. ड्रग्स ले जाने वाले को सिर्फ ये पता होता है कि मुंबई लेकर जाना है. वहां किसे देना है ये एयरपोर्ट से निकलने के बाद फोन कर बताया जाता है. लेकिन उसके पहले अगर करियर पकड़ लिया गया तो वो संपर्क नही करते.
फोन भी नया दिया जाता है तो उसमें से सीडीआर और चैटिंग हिस्ट्री भी नही मिलती. लिहाजा जांच आगे नही बढ़ पाती.

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