श्रीनगर:
पेशेवर प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए अपनी भूरी गाय के लिए हॉल टिकट हासिल करने में सफल रहे बड़गाम निवासी का कहना है कि वह अपनी गाय को परीक्षा देने के लिए ले जाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।
अब्दुल राशिद भट्ट ने संवाददाताओं से कहा, 'आप आमंत्रित हैं। मेरी गाय को परीक्षा के लिए ले जाना मेरा कानूनी अधिकार है। मैंने फीस भरी है, इसलिए गाय को वहां ले जाना मेरा अधिकार है।' केंद्रीय कश्मीर के बड़गाम जिले के चदूरा क्षेत्र से आने वाले भट्ट ने कहा, 'मेरा इरादा किसी की भावना को ठेस पहुंचाना या किसी का मजाक बनाना नहीं था। मैंने यह फॉर्म सिर्फ व्यवस्था को परखने के लिए भरा।'
जम्मू एंड कश्मीर बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन (बीओपीईई) की ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था की खामियों को उजागर करने के प्रयास के तहत भट्ट अपनी गाय के लिए प्रवेश परीक्षा का प्रवेश पत्र हासिल करने में सफल रहे थे। यह प्रवेश परीक्षा पॉलीटेक्नीक कॉलेज के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए है।
प्रवेश पत्र बोर्ड द्वारा कछिर गौ (भूरी गाय) के नाम पर जारी किया गया, जिसे कि गूरा दांड (लाल बैल) की बेटी बताया गया था। 10 मई को होने वाली प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए इस गाय को बेमिना स्थित सरकारी डिग्री कॉलेज में सीट आवंटित की गई है।
भट्ट ने कहा कि बीओपीईई की मौजूदा व्यवस्था किसी को भी परीक्षा के लिए पंजीकरण करने देती है। उन्होंने कहा, 'आप भी जानते हैं कि बीओपीईई परीक्षाएं किस तरह आयोजित की जाती हैं- कोई गाय, बछड़ा या भैंस भी इसमें शामिल हो सकती है। मैंने एक गाय के लिए फॉर्म भरके देखने के बारे में सोचा और मैंने फीस भरने के साथ-साथ सभी औपचारिकताएं पूरी कर दीं।'
प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए एक आवेदक का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मेट्रीकुलेशन की परीक्षा में पास होना जरूरी होता है। हालांकि मेट्रीकुलेशन परीक्षा में बैठ रहे लोग भी प्रवेश परीक्षा दे सकते हैं। प्रवेश के लिए उनका मेट्रीकुलेशन परीक्षा में पास होना जरूरी होता है। चेहरे पर व्यंग्यात्मक मुस्कान के साथ भट्ट ने कहा, 'मेरी गाय का परिणाम अभी आना है।' यह मामला शनिवार को उस समय प्रकाश में आया, जब विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता जुनैद आजिम मट्टू ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर प्रवेश पत्र की एक प्रति अपलोड कर दी थी।
मट्टू ने अपने अकाउंट में लिखा था, 'जेएंडके बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन्स ने पूरी जांच परख के बाद एक गाय को उसकी रोल नंबर स्लिप जारी कर दी। मेरे पास आवेदक सुश्री 'काछिर गौ' का प्रोविजनल कन्फर्मेशन पेज और उनके द्वारा बीओपीईई को किए गए भुगतान की जानकारी भी है।' पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी मट्टू की पोस्ट पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'शानदार, मैं उम्मीद करता हूं काछिर गौ परीक्षा देने के लिए पहुंचें।' बीओपीईई के अध्यक्ष गुलाम हसन तांत्रे ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
अब्दुल राशिद भट्ट ने संवाददाताओं से कहा, 'आप आमंत्रित हैं। मेरी गाय को परीक्षा के लिए ले जाना मेरा कानूनी अधिकार है। मैंने फीस भरी है, इसलिए गाय को वहां ले जाना मेरा अधिकार है।' केंद्रीय कश्मीर के बड़गाम जिले के चदूरा क्षेत्र से आने वाले भट्ट ने कहा, 'मेरा इरादा किसी की भावना को ठेस पहुंचाना या किसी का मजाक बनाना नहीं था। मैंने यह फॉर्म सिर्फ व्यवस्था को परखने के लिए भरा।'
जम्मू एंड कश्मीर बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन (बीओपीईई) की ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था की खामियों को उजागर करने के प्रयास के तहत भट्ट अपनी गाय के लिए प्रवेश परीक्षा का प्रवेश पत्र हासिल करने में सफल रहे थे। यह प्रवेश परीक्षा पॉलीटेक्नीक कॉलेज के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए है।
प्रवेश पत्र बोर्ड द्वारा कछिर गौ (भूरी गाय) के नाम पर जारी किया गया, जिसे कि गूरा दांड (लाल बैल) की बेटी बताया गया था। 10 मई को होने वाली प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए इस गाय को बेमिना स्थित सरकारी डिग्री कॉलेज में सीट आवंटित की गई है।
भट्ट ने कहा कि बीओपीईई की मौजूदा व्यवस्था किसी को भी परीक्षा के लिए पंजीकरण करने देती है। उन्होंने कहा, 'आप भी जानते हैं कि बीओपीईई परीक्षाएं किस तरह आयोजित की जाती हैं- कोई गाय, बछड़ा या भैंस भी इसमें शामिल हो सकती है। मैंने एक गाय के लिए फॉर्म भरके देखने के बारे में सोचा और मैंने फीस भरने के साथ-साथ सभी औपचारिकताएं पूरी कर दीं।'
प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए एक आवेदक का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मेट्रीकुलेशन की परीक्षा में पास होना जरूरी होता है। हालांकि मेट्रीकुलेशन परीक्षा में बैठ रहे लोग भी प्रवेश परीक्षा दे सकते हैं। प्रवेश के लिए उनका मेट्रीकुलेशन परीक्षा में पास होना जरूरी होता है। चेहरे पर व्यंग्यात्मक मुस्कान के साथ भट्ट ने कहा, 'मेरी गाय का परिणाम अभी आना है।' यह मामला शनिवार को उस समय प्रकाश में आया, जब विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता जुनैद आजिम मट्टू ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर प्रवेश पत्र की एक प्रति अपलोड कर दी थी।
मट्टू ने अपने अकाउंट में लिखा था, 'जेएंडके बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन्स ने पूरी जांच परख के बाद एक गाय को उसकी रोल नंबर स्लिप जारी कर दी। मेरे पास आवेदक सुश्री 'काछिर गौ' का प्रोविजनल कन्फर्मेशन पेज और उनके द्वारा बीओपीईई को किए गए भुगतान की जानकारी भी है।' पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी मट्टू की पोस्ट पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'शानदार, मैं उम्मीद करता हूं काछिर गौ परीक्षा देने के लिए पहुंचें।' बीओपीईई के अध्यक्ष गुलाम हसन तांत्रे ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
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