यह ख़बर 14 अगस्त, 2013 को प्रकाशित हुई थी

धैर्य की सीमा होती है, भारत ने पाकिस्तान से कहा

खास बातें

  • पाकिस्तान का नाम लिए बिना राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पड़ोसियों के साथ दोस्ताना संबंध बनाने के भारत के सतत प्रयासों के बावजूद सीमा पर तनाव बना हुआ है और नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का बार-बार उल्लंघन हो रहा है, जानें जा रही हैं।
नई दिल्ली:

भारत ने बुधवार को पाकिस्तान से कहा कि ‘धैर्य की एक सीमा होती है’ और आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए तमाम ‘जरूरी कदम’ उठाए जाएंगे।

पाकिस्तान का नाम लिए बिना राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पड़ोसियों के साथ दोस्ताना संबंध बनाने के भारत के सतत प्रयासों के बावजूद सीमा पर तनाव बना हुआ है और नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का बार-बार उल्लंघन हो रहा है, जानें जा रही हैं।

देश के 67वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा, ‘शांति के प्रति हमारी वचनबद्धता अटूट है, लेकिन हमारे धैर्य की भी सीमाएं हैं। आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए तमाम जरूरी कदम उठाए जाएंगे।’

उन्होंने सुरक्षा और सशस्त्र बलों के साहस और शौर्य की सराहना की, जो सदैव चौकस रहते हैं और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।

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मुखर्जी ने कहा कि पिछले कुछ समय में, भीतरी एवं बाहरी सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां रही हैं। उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ में माओवादी हिंसा के बर्बर चेहरे ने कई बेगुनाह जानें लीं।’